बुलंदशहर में उप​द्रवियों के हाथों मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह

Update: 2018-12-03 11:05 GMT

हिंदूवादी संगठनों ने बुलंदशहर में गोहत्या का आरोप लगा महाव गांव की सड़कें कर दी थीं जाम, जिसके बाद जताई जा रही थी भारी बवाल और सांप्रदायिक दंगा फैलने की आशंका, इसी को शांत करने पहुंचे थे इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह....

बुलंदशहर, जनज्वार। अवैध बूचड़खाने को लेकर उपद्रव मचा रही भीड़ ने आज 3 दिसंबर को बुलंदशहर में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह हत्या कर दी।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह एक गोकशी की घटना के बाद हुए बवाल को शांत करने गए थे। इसी दौरान उपद्रव पर आमादा भीड़ ने उनकी हत्या कर दी। सुबोध कुमार की जान लेने के अलावा एक अन्य पुलिस कांस्टेबल की भी जान लेने की कोशिश उपद्रवियों द्वारा की गई। वह गंभीर रूप से जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती है।

बुलंदशहर जिला मजिस्ट्रेट अनुज झा ने एएनआई को बताया कि बुलंदशहर में अवैध बूचड़खानों के खिलाफ विरोध करने वाले लोगों के साथ संघर्ष के दौरान एक पुलिस निरीक्षक की मौत हो गई है।

बीबीसी में प्रकाशित खबर के मुताबिक स्थानीय पत्रकार सुमित शर्मा ने कहा कि हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता गोहत्या के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे, जिसे शांत कराने के लिए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह वहां आए हुए थे।



उपद्रव की यह घटना बुलंदशहर ज़िले के थानाक्षेत्र स्याना की चिंगरावटी पुलिस चौकी पर हुई थी। हिंदूवादी संगठनों ने इलाक़े में गोवंश के अवशेष मिलने का आरोप लगाते हुए महाव गांव में सड़क जाम कर दी थी, जिसके बाद यहां भारी बवाल और सांप्रदायिक दंगा फैलने की आशंका जताई जा रही थी।

प्रत्यक्षदर्शियों मुताबिक हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के उग्र होने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसकी प्रतिक्रिया में भीड़ की ओर से पुलिस पर हमला बोला गया। पुलिस इंस्पेक्टर इसी हमले में बुरी तरह घायल हो गए, जिनकी बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

पत्नी के साथ इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह

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