प्रधानमंत्री की अपील पर झोपड़ी में जलाया था दिया, आग लगने से दादी और 2 बच्चियों की मौत
प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर झोपड़ी में दिया जलाया गया था, जिससे पूरे घर में आग लग गयी और दादी समेत 2 बच्चियां जलकर खाक हो गयीं...
पटना, जनज्वार। कल 5 अप्रैल को पूरे देशभर में प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर कोरोना से जंग के खिलाफ रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दिया-मोमबत्तियां ही नहीं पटाखे छोड़े गये तो कहीं-कहीं तो मशाल जुलूस तक निकाले गये।
प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद रात 9 बजे से दीया, मोमबत्ती से लेकर पटाखों और मशाल जुलूसों के जो दृश्य साकार हुए, उनमें बड़े पैमाने पर पर्यावरण को नुकसान के साथ जान-माल के नुकसान के भी मामले सामने आये।
ऐसे ही एक मामले में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर झोपड़ी में दिया जलाया गया था, जिससे पूरे घर में आग लग गयी और दादी समेत 2 बच्चियां जलकर मर गयीं।
न सिर्फ बिहार बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में आल लगने की कई घटनाओं की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। रविवार 5 अप्रैल की रात मुंगेर और पूर्वी चंपारण जिले में हुई आग लगने की अलग-अलग घटनाओं में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घर जलकर स्वाहा हो गए।
शुरुआती छानबीन के बाद पुलिस ने बताया कि, मुंगेर के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के कहुआ मुसहरी गांव में एक घर में रात अचानक आग लग जाने से दो बच्चियों समेत एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। इस घटना में घर में रखा अनाज सहित एक पशु भी जल गया।
ग्रामीणों के मुताबिक, मृतक बच्चियों के मां और पिता दिल्ली में मजदूरी का काम करते हैं, जबकि दोनों बच्चियां अपनी दादी के साथ गांव में ही रहती थीं।
संग्रामपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेम प्रकाश ने इस बारे में 6 अप्रैल को बताया कि घटना के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये तथा अन्य नियमानुकूल सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है।
इधर, पूर्वी चंपारण जिले के ढाका प्रखंड के सपही गांव में रविवार 9 अप्रैल की रात 10 घरों में आग लग गई, जिससे लाखों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
आग पर ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में देश में एकजुटता दिखाने के पीएम के 9 बजे 9 मिनट दिया-मोमबत्ती जलाने वाले संदेश पर गांव के लोग दिया जला रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने पटाखे फोड़ने शुरू कर दिए, जिससे अचानक आग लग गई। गांववालों और 2 दमकल की गाड़ी की मदद से आग पर घंटे भर में ही काबू पा लिया गया है, मगर इस दौरान लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गयी और जानवरों को भी नुकसान पहुंचा है।
ग्रामीणों के मुताबिक प्रधानमंत्री की अपील के बाद कुछ लोग अपने झोपड़ीनुमा घर में दीपक जलाए थे, इसी क्रम में एक घर में आग लग गई, जो तेजी से आसपास के घरों को चपेट में ले लिया। घटना की सूचना मिलने के बाद में फायर ब्रिगेड की पहुंची टीम ने तत्काल आग पर काबू पा लिया है।
मातम का माहौल उत्सव में कैसे तब्दील होता है, यह सिर्फ हम भारतीय ही दिखा सकते हैं। पहले थाली—ताली में हमने अपनी चरम बेवकूफियां दिखायीं और अब मोमबत्ती—दिया प्रकरण को दीपावली बना दिया गया। इस दौरान बड़े पैमाने पर आग लगने की घटनायें सामने आयीं, जिसमें जान माल का नुकसान हुआ। पूर्वी चंपारण में एक घर में तीन लोगों की मौत हुई है तो दर्जनों घरों में आग लगने की घटनायें सामने आयीं।