पतंजलि के मालिक रामदेव से जुड़े मजाकिया वीडियो अब आप नहीं देख पायेंगे इंटरनेट पर

Update: 2019-10-24 09:08 GMT

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कोर्ट ने रामदेव के खिलाफ आपत्तिजनक वीडियो हटाने के लिए फेसबुक और गूगल को लगाई फटकार...

जनज्वार, दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि हर तरह के सोशल मीडिया माध्यम से योगगुरु के नाम से ख्यात रामदेव के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री को ब्लॉक किया जाये। गौरतलब है कि रामदेव के खिलाफ आपत्तिजनक वीडियोज को हटाने को लेकर इससे पहले फेसबुक, गूगल, यूट्यूब और ट्विटर ने कहा था कि भारत में तो हम इन वीडियोज को हटा सकते हैं, मगर दुनियाभर में इन्हें ब्लॉक नहीं किया जा सकता।

स मसले पर कल बुधवार 23 अक्टूबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि बाबा रामदेव से जुड़े जितने भी आपत्तिजनक वीडियो, चुटकुले, लिंक, यूआरएल सोशल मीडिया वेबसाइट्स फेसबुक, व्हाट्सअप, ट्विटर, यूट्यूब पर मौजूद हैं, उन्हें गूगल ब्लॉक कर दे या फिर डिलीट कर दे। यह आदेश पारित करते हुए कोर्ट ने निर्देशित किया है कि यह सिर्फ कुछ समय के लिए नहीं किया जाये बल्कि हमेशा के लिए इसे सोशल मीडिया माध्यमों से हटा दिया जाये।

योग के क्षेत्र में चर्चित नाम और अब कारोबार में भी पतंजलि के प्रोडक्ट से अच्छा खासा व्यापार कर रहे रामदेव को लेकर अदालत ने पिछले साल सितंबर में आदेश दिया था कि उन पर लिखी गई पुस्तक के मानहानिजनक अंशों को हटा दिया जाये।

गौरतलब है कि वर्ष 2017 में ‘गॉडमैन टू टाइकून दि अनटोल्ड स्टोरी ऑफ बाबा रामदेव' नामक एक किताब प्रकाशित हुई थी, इस किताब को प्रियंका पाठक नारायण ने लिखा था। इस किताब पर एक याचिका दायर होने के बाद कोर्ट ने 2018 में इस किताब के बिक्री पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि रामदेव को इस किताब के कुछ अंश में खलनायक के रूप में दिखाया गया है। कोर्ट के आदेश पर जब तक आपत्तिजनक अंशों को किताब से हटा नहीं लिया जाता है, तब तक बिक्री पर रोक लगी रहेगी। इसी विवाद से संबंधित 2018 में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए थे, इसमें उनके लिए अपमानजनक सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। हाईकोर्ट ने सितंबर 2018 में इस सामग्री को डिलीट करने का आदेश दिया था।

गौरतलब है कि रामदेव अपनी कंपनी पतंजलि को लेकर इटंरनेट पर छाये रहते हैं। पतंजलि को लेकर कई चुटकुले और मजाकिया वीडियो सामने आते रहते हैं। पतंजलि कंपनी को बाबा रामदेव ने अपने साथी आचार्य बालकृष्ण के साथ 2006 में शुरू किया था। 2014 तक पतंजलि कुछ खास चर्चित नहीं थी, मगर 2014 में मोदी सरकार के सत्तासीन होने के बाद से इस कंपनी ने लोगों पर अपनी पकड़ को खासा मजबूत किया है।

गाय के नाम पर बन रहे प्रोडक्ट, गोमूत्र, गोबर, इसके अलावा तमाम आयुर्वेदिक प्रोडक्टों को भाजपा राज में खासा बाजार उपलब्ध हुआ है, और इस नब्ज को रामदेव ने अच्छी तरह पकड़ा है। इसकी का नतीजा है कि 2016-17 में पतंजलि का सालाना टर्नओवर 10,216 करोड़ था। आज की तारीख में पतंजलि हर क्षेत्र में व्यापार कर रही है।

बाबा रामदेव योग के कारण तो ​चर्चित हैं मगर किन पतंजलि के कारण ये हंसी का पात्र बनते रहे हैं। सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर कई चुटकुले, वीडियो मौजूद रहे हैं, जो अब दिखायी नहीं देंगे और यह दिल्ली हाईकोर्ट के इस निर्देश के बाद हट जायेंगे, जिसमें उसने कहा ​है कि बाबा रामदेव के खिलाफ जितने भी आपत्तिजनक वीडियो, चुटकुले हैं, उन्हें फौरन हटा लिया जाए। इसे सिर्फ भारत के उपयोगकर्ताओं के लिए ब्लॉक या डिलीट नहीं किया जाएगा, बल्कि पूरे देश के लिए होगा।

बाबा रामदेव के आपत्तिजनक वीडियो ब्लॉक करने संबंधी निर्णय सुनाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति प्रतिभा एम ने कहा कि बाबा रामदेव के खिलाफ सोशल मीडिया पर मौजूद आपत्तिजनक कंटेंट सिर्फ भारत के उपयोगकर्ताओं के लिए ब्लॉक या डिलीट करना काफी नहीं होगा, क्योंकि यहां रह रहा उपयोगकर्ता किसी अन्य माध्यम से विषयवस्त देख सकता है। अदालत ने कहा कि ये सोशल मीडिया की जिम्मेदारी बनती है कि आपत्तिजनक कंटेंट को प्रसारित होने से रोके।

दालत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सख्त लहजे में निर्देश दिया है कि इस प्लेटफ़ॉर्म के कंप्यूटर नेटवर्क पर भारत के भीतर से अपलोड की जाने वाली सभी अपमानजनक सामग्रियों को "वैश्विक आधार पर ब्लॉक करना होगा", अदालत के निर्देश के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने कहा है कि उन्हें URL को ब्लॉक करने में कोई आपत्ति नहीं है।

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