दिल्ली सचिवालय में अधिकारियों का विद्रोह, आप नेता आशीष खेतान, विधायक इमरान हुसैन को पीटा, तीसरी मंजिल को लिया कब्जे में

Update: 2018-02-20 13:50 GMT

कल चीफ सेक्रेटरी से आप विधायकों द्वारा किए गए बदतमीजी के बाद भड़के हैं अधिकारी, सचिवालय के तीसरे फ्लोर को चारो ओर से घेरा, इमरान हुसैन के पीए को आई है गहरी चोट

विशेष संवाददाता, दिल्ली। कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव को कल शाम अपने आवास पर बुलाया था। आवास पर बुलाने के बाद विज्ञापन जारी करने को लेकर अरविंद केजरीवाल से चीफ सेक्रेटरी के हो गयी थी कहासुनी, जिसके बाद आप विधायक अमानतुल्लाह ने चीफ सेक्रेटरी को मारने के लिए दौड़ा लिया था।

यह खबर सुबह मीडिया में आने के बाद से दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों ने कर दिया था काम बंद और सुबह से ही सचिवालय में जुटने लगे थे। उसी के बाद हुआ यह कांड।

मिल रही जानकारी के अनुसार इस समय दर्जनों की संख्या में हैं महिला कर्मचारी जो इस वाकए से बेहद डरी हुई हैं। लगातार अधिकारियों के रौद्ररूप के कारण महिलाएं परेशान हैं। साथ ही अधिकारी छांट—छांट कर आप कार्यकर्ताओं को पीट रहे हैं। उन्हें जो भी लग रहा है कि आप का है, उसे नहीं छोड़ रहे।

विपक्ष के नेता विजय गुप्ता का कहना है कि इस मामले में राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए। विज्ञापन खर्च को लेकर केजरीवाल के घर पर हुई बहस का यह झगड़ा व्यक्तिगत बन गया है। चीफ सेक्रेटरी को घर बुलाकर बेइज्जत करना और धमकाने को ठीक नहीं कहा जा सकता। 

गौरतलब है कि कल शाम दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने आवास पर बुलाया। अंशु प्रकाश 1986 बैच के आइएएस अधिकारी हैं, जिनकी नियुक्ती 1 दिसंबर को पिछले दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव के रूप में हुई। इससे पहले वह दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में मुख्य सचिव रहे थे। 

केजरीवाल के घर पर विज्ञापन को लेकर बहस हुई। केजरीवाल का कहना था कि हमने विज्ञापन का फंड प्रसारित करने के लिए दर्जनों फाइलें भेजी हैं, उसे आप जारी क्यों नहीं करते। इस पर अधिकारी नियमों का हवाला दिया। अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद केजरीवाल ने देख लेने की धमकी दी। उनके इतना कहते ही आप विधायक अमानतुल्लाह मुख्य सचिव को गालियां देते हुए मारने के लिए आगे बढ़े। वहां से किसी तरह अधिकारी निकल भागे और आकर दूसरे साथियों को बताया।

अधिकारियों का कहना है कि रात में ही उनकी बैठक हो गयी थी और सुबह तय था कि कोई अधिकारी काम नहीं करेगा। ऐसे में दिल्ली सरकार से जुड़े सभी अधिकारी सुबह से ही सचिवालय में जुटने लगे। आइएएस स्तर के अधिकारी अपना काम करते रहे, लेकिन निचले स्तर के अधिकारियों ने सचिवालय को रणभूमि बना दी।

आप नेता आशीष खेतान को पहले बुरी तरह मारा। फिर इमरान हुसैन को भी नहीं छोड़ा। बीच बचाव कर रहे इमरान के पीए को ज्यादा चोटे आई हैं।

इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हमारी अुंश प्रकाश से गर्मागर्म बहस हुई, लेकिन मारपीट या उनके साथ कोई बदतमीजी आप पार्टी के किसी एमएलए ने नहीं किया।

आप द्वारा जारी की गई सफाई में बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को आवास पर इसलिए बुलाया था क्योंकि पिछले महीने करीब 2.5 लाख परिवार राशन से वंचित रह गए थे। गरीबों को राशन नहीं मिलने का कारण गलत आधार कार्ड था। इस कारण विधायक आम जनता के बेहद प्रेशर में हैं, लेकिन मुख्य सचिव इस मामले कोई जवाब ही नहीं देते। 

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