बाढ़ से बेहाल बिहार, अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा की मौत

Update: 2017-08-19 17:47 GMT

बिहार में बाढ़ के कारण अब तक 17 ज़िलों के एक करोड़ से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 153 तक पहुंच चुकी है।

अररिया, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी जैस ज़िलों पर बाढ़ का सबसे ज़्यादा प्रभाव पड़ा है।

राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना करने के बाद अररिया और पूर्वी चंपारण के कई हिस्सों में खाद्य सामग्री को हेलीकॉप्टर के ज़रिए पहुंचाने का आदेश दिया है।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, राहत कार्यों के लिए अब तक 1152 राहत कर्मियों वाली 28 एनडीआरएफ़ टीमों को तैनात किया गया है।

ये एनडीआरएफ़ टीमें 118 नावों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में लगी हैं, लेकिन अभी भी सरकारी इंतजाम लाखों लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।

2228 जवानों के साथ सेना की सात टीमें 280 नावों के साथ राहत और बचाव कार्यक्रम चला रही हैं।

बिहार के अररिया में अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा पश्चिमी चंपारण में 23, सीतामढ़ी में 13, मधुबनी में 8, कटिहार में 7 लोगों की मौत हुई है। वहीं, सुपौल में 11, किसनगंज में 11 और पूर्वी चंपारण में 11 लोग मारे गए हैं।

पूर्णिया और मधेपुरा में 9-9 लोगों की मौत हुई है। किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण ज़िले में बीते तीन दिनों के अंदर 60 लाख लोगों बाढ़ की चपेट में आए हैं।

बाढ़ से प्रभावित इलाक़ों में लोगों की संपत्ति के हुए नुकसान का अभी कोई अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।

-बीबीसी हिंदी से साभार

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