सरकार लोगों को रोजी-रोटी नहीं दे सकती इसलिए उलझा रही रामायण-महाभारत में : काटजू

Update: 2020-05-01 14:59 GMT

मार्कंडेय काटजू ने ट्विटर पर लिखा, 'रोमन सम्राट कहते थे कि अगर आप लोगों को रोटी नहीं दे सकते तो उन्हें सर्कस दे दो और हमारे आधुनिक भारतीय सम्राट कहते हैं कि अगर आप लोगों को रोटी नहीं दे सकते हैं तो उन्हें रामायण और महाभारत दिखा दो...

जनज्वार ब्यूरो। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। रामायण और महाभारत दिखाने को फिर से दिखाने को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। मार्कंडेय काटजू ने ट्विटर पर लिखा, 'रोमन सम्राट कहते थे कि अगर आप लोगों को रोटी नहीं दे सकते तो उन्हें सर्कस दे दो और हमारे आधुनिक भारतीय सम्राट कहते हैं कि अगर आप लोगों को रोटी नहीं दे सकते हैं तो उन्हें रामायण और महाभारत दिखा दो। हरि ओम।'

यह भी पढ़ें : जस्टिस काटजू का सवाल- अगर भगवान है तो वह कोरोना को खत्म क्यों नहीं कर देता?

बीते महीने 13 अप्रैल को एक ट्वीट किया था जो खूब वायरल हुआ था उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अगर भगवान है तो वह कोरोना वायरस को क्यों नहीं मिटा देता।'

ता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन लागू किया था जिसे बाद में तीन मई तक और बढ़ा दिया गया। इस बीच लोग घरों से ना निकलें, इसलिए सरकार ने दूरदर्शन पर रामायण और महाभारत का री-टेलीकास्ट करने का ऐलान किया। 28 मार्च से रामायण का री-टेलीकास्ट किया जाने लगा।

काटजू ने लॉकडाउन की अवधी को बढ़ाने का भी विरोध किया था। बता दें कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में लॉडाउन लागू किया गया। 21 दिनों का यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होने वाला है. अधिक संभावना यही है कि इसे बढ़ा दिया जाएगा. कई राज्य लॉकडाउन को बढ़ान का पहले ही ऐलान कर चुके हैं।

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