राहुल के आत्मविश्वास से अपने ही 'घर' में सहमे मोदी

Update: 2017-11-01 15:15 GMT

मोदी जी डरे इसलिए हुए हैं कि जिस गुजरात ने उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनाया, कहीं उसी गुजरात का अबकी होने जा रहा विधानसभा चुनाव उनकी 'घर वापसी' का मुहूरत न निकाल दे...

जनज्वार, अहमदाबाद। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राहुल गांधी ने आज से दक्षिणी गुजरात में तीन दिन की नवसर्जन यात्रा की शुरुआत की है। गुजरात के जांबुसार शहर से यात्रा की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने फिर एक बार 'गुजरात के विकास' को घेरा और अपनी रैली का आगाज विकास केंद्रित बातों के साथ किया।

छात्रों की तरह कंधे पर बैग लटकाए राहुल नवसर्जन यात्रा में बिलकुल युवाओं की ओर मुखातिब नजर आए। कांग्रेस उपाध्यक्ष गांधी ने अपने खास अंदाज में कहा — पूरा गुजरात परेशान है, केवल पांच पूंजीपति घरानों को छोड़कर। वह मोदी जी खुश हैं। यहां किसानों को पानी नहीं मिलता, लेकिन 10—15 व्यापारिक घरानों के पास पानी जब्त कर दिया जाता है। 33 हजार करोड़ रुपए लग गए, लेकिन कहीं एक नैनो नहीं दिखती।'

अंत में उन्होंने भीड़ से पूछा क्या ऐसा ही विकास है मोदी जी का, जिसका वह देश भर में प्रचार करते घुमते हैं। हमारा पहला मुकाबला चीन से है, पर मोदी जी ने हमें कहां ला खड़ा किया है, मैं उस बारे में बताता हूं। चीन में हर 24 घंटे में 50 हजार लोग रोजगार पाते हैं और हमारे यहां 240 लोग। क्या आपने अपनी मोबाइल पटल कर देखी है, उसके पीछे 'मेड इन इंडिया' नहीं 'मेड इन चाइना' लिखा रहता है। आपकी एक क्लिक चीन में एक रोजगार पैदा करती है और हमें उपभोक्ता बने रहने के लिए छोड़ देती है।

राहुल गांधी का यह सवाल और सुझाव इस बार गुजरात के युवाओं को अपना सवाल लगने लगा है। और यही कारण है कि गिर के शेरों की तरह दुनिया भर में दहाड़ने और आमतौर पर अति आत्मविश्वास से भरे रहने वाले मोदी की पेशानी पर 22 साल बाद पहली बार बल पड़ता नजर आ रहा है। और इसके उलट कांग्रेस और राहुल गांधी में पहली बार गहरा आत्मविश्वास नजर आ रहा है, जो मुकाबले में खड़े होने वालों में दिखता है।

बावजूद इसके अभी तब ऐसा नहीं लग रहा है कि 182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में बीजेपी 100 से बहुत नीचे जाएगी। अभी बीजेपी के पास 115 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 92 चाहिए। ऐसे में यह कहना संभव नहीं कि 9 और 14 दिसंबर को जो गुजरात विधानसभा चुनाव होंगे, उसमें मोदी जी के गृहराज्य गुजरात में बीजेपी हार रही है। इन चुनावों के परिणाम 18 दिसंबर को आएंगे।

पर इतना कहने में कोई दिक्कत कि बीजेपी गुजरात में बहुत मुश्किल से जीत रही है।

बड़ी बात यह कि इस मुश्किल जीत का डाईग्राम खुद बीजेपी ने अपनी अहमक रणनीति और राजनीतिक घमंड से बनाया है। भाजपा या यों कहें कि स्वंय मोदी जी ने नोटबंदी और जीएसटी जैसे विद्रोही राजनीतिक मुद्दे कांग्रेस की थाली में रख दिए हैं और बोल दिया है कि 'हम तो ऐसे हैं, ऐसे ही रहेंगे', दम है तो तुम गुजरात को 'मोदी मुक्त' करके दिखाओ।

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