हार्दिक पटेल बोले गुजरात मॉडल दिखा पूरे देश को हथिया चुकी भाजपा राज में नर्मदा का एक बूंद पानी नहीं मिलता कच्छ के किसानों को

Update: 2019-11-16 11:30 GMT

गुजरात में कांग्रेस आई एक्शन मोड में, जन वेदना सम्मेलन में गुजरात सरकार को घेरा युवा कांग्रेसी और किसान नेता हार्दिक पटेल ने, किसानों-बेरोजगारों तथा शिक्षा और स्वास्थ्य की समस्याएं न सुलझाने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी....

गुजरात के कच्छ से दत्तेश भावसार की ग्राउंड रिपोर्ट

जनज्वार। गुजरात के कच्छ जिले में कांग्रेस द्वारा जन वेदना सम्मेलन का आयोजन करके गुजरात सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की गई। इस आंदोलन की कमान युवा कांग्रेसी और किसान नेता हार्दिक पटेल ने संभाली है। हार्दिक पटेल ने कल 15 नवंबर को एक जनसभा को संबोधित करने के बाद भुज शहर में रैली करके डीएम को ज्ञापन सौंपा, जिसमें किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं दिए जाने पर उग्र जन आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

सके अलावा बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे पर भी हार्दिक पटेल ने गुजरात सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार सिर्फ उत्सवों में ही व्यस्त है। गुजरात मॉडल को दिखाकर पूरे देश में सत्ता हथियाने के बाद जनता को भूल जाने वाली मोदी सरकार पर हार्दिक पटेल ने कई आरोप-प्रत्यारोप जड़े। हार्दिक पटेल ने जनसभा में नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी को रंगा-बिल्ला के नाम से संबोधित किया।

गुजरात के कच्छ पहुंचे कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने जनज्वार संवाददाता दत्तेश भावसार से खास बातचीत में कहा कि यहां के किसानों को पिछले 25 सालों से नर्मदा नदी का एक बूंद पानी भी नहीं मिला है, जबकि भाजपा हर चुनाव से पहले यही वादा कर सत्ता में बैठती है। हार्दिक पटेल ने कहा कि भाजपा झूठे वादों से किसानों को ठगना बंद करे और अपने वादों को पूरा करे।

Full View ने कहा कि इस वर्ष पूरे गुजरात में 8 नवंबर तक 184 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई है। ऐसे में देखा जाये तो पूरा गुजरात राज्य अतिवृष्टि की श्रेणी में आता है, बावजूद इसके किसानों को फसल बीमा का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। गुजरात सरकार किसानों को कागजों में उलझाकर परेशान कर रही है गुजरात में सत्तासीन भाजपा सरकार का यह कदम बीमा कंपनियों की दलाली के समान है।

न वेदना सम्मेलन में आये कांग्रेसी नेताओं ने कहा, जब शिक्षा की बात होती है तब बड़ी—बड़ी बातें करने वाली बीजेपी सरकार ने गुजरात में 500 सरकारी स्कूल बंद करके अपने शिक्षा मॉडल का परिचय दिया है। सरकार ने अपने ही लोगों और धन्नासेठों के प्राइवेट स्कूलों को प्रमोट करने का काम किया है। यह गुजरात का शिक्षा मॉडल है कि गुजरात में 25 साल और भारत में 5 साल सरकार चलाने के बावजूद भी गुजरात की एक भी यूनिवर्सिटी टॉप टेन यूनिवर्सिटी में नहीं आ सकी।

न वेदना सम्मेलन में मौजूद कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइस नहीं मिल रहा है और युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा भी नहीं मिल रही और तो और लोगों को यह सरकार स्वास्थ्य की सुविधाए भी उपलब्ध नहीं करवा रही।

म लोगों से जुड़ी तमाम समस्याओं को लेकर हार्दिक पटेल की अगुवाई में कांग्रेसी नेताओं ने कच्छ जिले के डीएम को ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस ने चेताया है कि लोगों की इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो पूरे गुजरात में उग्र आंदोलन खड़ा किया जायेगा। कहा कि जनता को जागृत करके कांग्रेस सारे तथ्यों और सच से वाकिफ करायेगी। कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को हर गांव, गली, मोहल्ले में जाकर गुजरात सरकार की सच्चाई लोगों के समक्ष रखने को कहा है, ताकि सामान्य लोगों को गुजरात सरकार की सच्चाई पता चले और आने वाले चुनाव में भाजपा के नेताओं पर गुजरात की जनता धारा 144 लगाकर सत्ता से बेदखल करे।

न वेदना सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे गुजरात के किसान बेमौसम बरसात के कारण रो रहे हैं, बावजूद इसके गुजरात सरकार ने ऊंट के मुंह में जीरे के समान सिर्फ 700 करोड़ की सहायता का ऐलान किया, जबकि फसल बीमा योजना के तहत 25 हजार करोड़ प्रीमियम बीमा कंपनियों ने वसूल किया है। तमाम आरोपों—प्रत्यारोपों के साथ हार्दिक पटेल ने आगामी स्थानिक स्वराज्य चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं।

हार्दिक पटेल के अनुसार 2022 में गुजरात की सत्ता में कांग्रेस का वनवास खत्म होगा और कांग्रेस सत्ता में वापस आएगी। अपने ट्वीटर हैंडल से भी हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया है, 'कच्छ ज़िला कांग्रेस समिति आयोजित भुज में जन वेदना सम्मेलन एवं यात्रा में उपस्थित रहा। पिछले पांच साल में कच्छ ज़िले के हज़ारों नौजवानों को बेरोज़गार करने का काम भाजपा ने किया है। बड़े दुःख की बात है कि अभी तक कच्छ में नर्मदा का पानी नहीं पहुंचा। जनता भाजपा से दुखी है।

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