हैदराबाद डॉक्टर रेप-मर्डर के चारों आरोपियों को पुलिस ने 'मुठभेड़' में मारा
ज्यादातर महिलाएं और देश की भीड़ इस इनकाउंटर से खुश नजर आ रही है। ट्वीटर पर हैदराबाद के पुलिस बल की खूब तारीफ हो रही है। लोग 'सैल्यूट डीजीपी' लिख रहे हैं। कोई लिख रहा है कि देश की 125 करोड़ जनता का रीयल हीरो हैं हैदराबाद के डीजीपी....
जनज्वार। हैदराबाद में डॉक्टर से रेप और हत्या मामले में पुलिस ने अपराधियों के साथ वही किया जो पिछले कई दिनों से 'भीड़ की मानसिकता' द्वारा मांग उठ रही थी। रेप और हत्या के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि चारों आरोपियों को वह क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए लेकर गई थी, जहां आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें गोली मार दी।
हालांकि इस इनकाउंटर को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं। सोहिनी गुहाराय अपने ट्व्वीटर हैंडल पर कहती हैं, 'रेप गलत, लिंचिंग गलत है और इनकाउंटर भी गलत है। दो गलत बातें एक सही का निर्माण नहीं कर सकतीं।'
वहीं ज्यादातर महिलाएं और देश की भीड़ इस इनकाउंटर से खुश नजर आ रही है। ट्वीटर पर हैदराबाद के पुलिस बल की खूब तारीफ हो रही है। लोग 'सैल्यूट डीजीपी' लिख रहे हैं। कोई लिख रहा है कि देश की 125 करोड़ जनता का रीयल हीरो हैं हैदराबाद के डीजीपी।
जाहिर है पूरा देश बहुत साफ—साफ जानता है कि यह इनकाउंटर नहीं है। और आप इस वक्त हैदराबाद पुलिस के इस 'मुठभेड़' पर सवाल भी नहीं उठा सकते।
सवाल ये है कि जिन पुलिस वालों इस मामले में पीड़िता को न्याय दिलवाना था, आरोपियों को सजा दिलवानी थी, उन्हें कुछ करना ही नहीं पड़ा, सीधे ठोक दिया और अब वाहवाही लूट रहे हैं।
दिल्ली में 2012 में घटे निर्भया कांड में नृशंसता की शिकार हुई पीड़िता की मां कहती हैं, पुलिस ने बहुत अच्छा किया है, उस पर बिल्कुल सवाल नहीं उठने चाहिए। पुलिस ने पीड़िता को न्याय दिया है।
वहीं निर्भया के पिता कहते हैं, हम सात साल से रोज मरते हैं, कोर्ट में वकीलों के जवाब देते हुए सोचते हैं कि ये जिल्लत कब तक सहनी होगी, कम से कम प्रियंका के परिजनों को उस तकलीफ से नहीं गुजरना होगा, जिससे हम गुजर रहे हैं।