अमेरिका-चीन के बाद भारत में हैं सबसे ज्यादा अरबपति, लेकिन कोरोना संकट में किस-किसने की मदद
देश में जारी आर्थिक सुस्ती के बीच साल 2019 में भारत में हर महीने तीन नए अरबपति बने, इनकी संख्या 138 तक पहुंच गई है लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए अधिकतर नहीं आ रहे आगे..
जनज्वार। इस समय जब पूरी दुनिया के देश कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। दुनिया के बड़े उद्योगपति अपने देश और देश की सीमाओं से बाहर मदद भेज रहे हैं। अमेरिका के उद्योगपति बिल गेट्स ने भी एक बार फिर दिल खोलकर मदद की है। उन्होंने बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के जरिए 100 मिलियन डॉलर का दान किया है। ये पैसा उन्होंने कोरोना वायरस पीड़ितों और वैक्सीन तैयार करने के लिए दिया है।
इसके अलावा अलीबाबा के खरबपति चीनी कॉ-फाउंडर जैक मा ने 14 मिलियन डॉलर का दान किया है। जैक मा ने भी ये पैसा कोरोनावयरस के लिए वैक्सीन तैयार करने के लिए दान किया है। उन्होंने अमेरिका को 5 लाख टेस्टिंग किट और 10 लाख मास्क भी दिए हैं।
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बात भारत की तो यहां चीन और अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा अरबपति हैं। इनकी संख्या 138 तक पहुंच गई है। देश में जारी आर्थिक सुस्ती के बीच साल 2019 में भारत में हर महीने तीन नए अरबपति बने। अब भारत में अरबपतियों की कुल संख्या की बात करें तो यह 138 तक पहुंच गई है। लेकिन संकट की इस घड़ी में इनमें से अधिकांश से जिस तरह की मदद की उम्मीद उनसे की जा रही है उस तरह की मदद नहीं मिल रही है। हालांकि कुछ उद्योगपतियों ने दान किया है।
इसको देखते हुए बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने भी अपने साबुन की कीमत में 12.5 फीसदी की कटौती का ऐलान किया। इसके अलावा पतंजलि ने एलोवेरा, हल्दी और चंदन की कीमतों में भी इतनी ही कटौती की है। बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के कारण देश में हैंड सैनिटाइजर की मांग बढ़ गई है। इससे कालाबाजारी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मांग को देखते हुए हैंड सैनिटाइजर का उत्पादन करेगी। यह हैंड सैनिटाइजर 15 से 30 दिनों के भीतर उपलब्ध कराया जाएगा।
बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि आयुर्वेद का हैंड सैनिटाइजर दूसरी मल्टीनेशनल कंपनियों (एमएनसी) से ज्यादा प्रभावशाली और सस्ता होगा। बाबा रामदेव ने कहा कि उनकी कंपनी ने पाम ऑयल और सोया ऑयल के दाम में भी 20 फीसदी की कटौती की है। हालांकि पतंजलित आयुर्वेद की ओर से किसी भी प्रकार के दान की घोषणा नहीं की गई है। बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद की मार्च 2018 तक नेटवर्थ 6.1 बिलियन डॉलर था।
अब बात करते हैं रिलायंस समूह (रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड) के प्रमुख मुकेश अंबानी की जो देश के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मुकेश अंबानी विश्व के शीर्ष 10 अमीर व्यक्तियों में नौंवे स्थान पर है। उनकी कुल नेटवर्थ 67 अरब डॉलर है।रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र सरकार की मदद करने का आश्वासन दिया है।
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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से लिखा, 'आरआईएल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राहत कोष में शुरुआती 5 करोड़ रुपये दान देने का ऐलान करता है। आरआईएल ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में रिलायंस फाउंडेशन, रिलायंस रिटेल, जियो, रिलायंस लाइस साइंसेस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस परिवार के सभी 6 लाख कर्मचारियों की ताकत को भी जोड़ दिया है। आरआईएल स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोनावायरस से लड़ने में मदद करने के लिए एक दिन में एक लाख मास्क बनाने की ओर तत्पर है।'
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देश की सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल गौतम अडाणी की ओर से कोरोना वायरस की लड़ाई में अभी तक किसी भी प्रकार के दान की घोषणा नहीं की गई है। बता दें कि फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडाणी की अक्टूबर 2019 तक नेटवर्थ 15.7 अरब डॉलर थी। अडाणी दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं।