नीदरलैंड में 2016 में मात्र 19 कैदी थे, जोकि अब शून्य हो चुके हैं। लगभग 1 करोड़ 71 लाख आबादी वाले नीदरलैंड की जेलों में 2018 से कोई कैदी नहीं है....
जनज्वार। आज इस बात पर यकीन करना मुश्किल होगा कि किसी देश या राज्य में एक भी कैदी न हो, या फिर कहीं से अपराध का नामोनिशान मिट गया है। अपराध कम तो नहीं दिनोंदिन पांव जरूर पसारता जा रहा है। दुनियाभर में जेलें अपराधियों के लिए कम पड़ रही हैं। ऐसे में एक ऐसा देश जो अपराधशून्य हो गया हो, सिर्फ कल्पनालोक का हिस्सा लगता है, मगर यह कल्पना नहीं सच है।
यूरोप में ऐसा एक देश मौजूद है जहां एक भी कैदी नहीं है, जिस कारण वहां की सरकार ने सभी जेलों को बंद करने का निर्णय लिया है। हां, इससे हजारों लोगों की नौकरी पर जरूर संकट आन पड़ा है, जोकि जेलों में काम करते हैं। इस देश का नाम नीदरलैंड है, जहां की सरकार का कहना है कि हमने जेलों को बंद करने का निर्णय लिया है, क्योंकि हमारे देश में अपराध शून्य हो गया है और हमें जेलों की कोई जरूरत नहीं है।
टेलीग्राफ के हवाले से एनडीटीवी में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक नीदरलैंड में 2016 में मात्र 19 कैदी थे, जोकि अब शून्य हो चुके हैं। लगभग 1 करोड़ 71 लाख आबादी वाले नीदरलैंड की जेलों में 2018 से कोई कैदी नहीं है। नीदरलैंड सरकार का कहना है कि आने वाले 5 सालों में क्राइम में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आएगी, जिस कारण यहां मौजूद सभी जेलों को बंद कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि नीदरलैंड की गिनती दुनिया के सबसे सुरक्षित और अपराधमुक्त देशों में होती है। हालांकि यहां जेलें बंद होने से तकरीबन 2 हजार लोगों के सामने रोजी—रोटी का संकट जरूर आ जायेगा, जोकि जेलों में कार्यरत हैं। मगर इसका हल निकालते हुए नीदरलैंड सरकार ने जहां 700 लोगों का दूसरे विभागों में ट्रांसफर करने का नोटिस जारी किया है वहीं 1300 कर्मचारियों को कहीं और खपाने के बारे में सोचा जा रहा है।
गौरतलब है कि नीदरलैंड में इलेक्ट्रॉनिक एंकल मोनिटरिंग सिस्टम मौजूद, जो कैद में रहने वाले अपराधियों को पैरों में पहनाया जाता है। इसे पहनाने के बाद अपराधियों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपनी सीमा के अंदर रहें। अगर अपराधी अपनी सीमा से बाहर जाता है तो उसकी लोकेशन पता चल जाती है। इस डिवाइस के माध्यम से रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल पुलिस के पास पहुंच जाता है। नीदरलैंड सरकार के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक एंकल मोनिटरिंग सिस्टम के कारण वहां अपराध की दर शून्य हो चुकी है और अब देश इस तरह अपराधमुक्त हो चुका है कि जेलों को बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है।
जिन जेलों को बंद किया गया है, वहां नीदरलैंड सरकार ने स्किल डेवलपमेंट सेंटर, नए स्टार्टअप, स्कूल और कॉफी दुकानें, समेत कई अन्य रोजगारपरक व्यवसाय शुरू किए हैं।