लश्कर—ए—तैयबा के संदिग्ध संदीप की मां बर्तन मांजकर करती है गुजारा

Update: 2017-07-10 23:04 GMT

कश्मीर में पकड़े गये मुज़फ्फरनगर के संदीप शर्मा पर संदेह है कि वह आतंकवादी संगठन लश्कर—ए—तैयबा से जुड़ा है...

मुजफ्फरनगर से संजीव चौधरी की रिपोर्ट

कश्मीर में पकड़ा गया लश्कर—ए—तैयबा का संदिग्ध आतंकवादी संदीप शर्मा उर्फ आदिल मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। उसके घर की हालत ठीक नहीं है। पुश्तैनी मकान था, जिसको पहले ही बेच दिया गया था। करीब तीन साल पहले संदीप एक ठेकेदार के साथ काम की तलाश में जम्मू पहुंचा और वहां के एक स्थानीय नागरिक के कनेक्शन में आकर उसने आतंकी संगठन ज्वाइन कर लिया।

संदिग्ध आतंकवादी संदीप की माँ प्रेमवती व भाभी रेखा लोगों के घरो में खाना बनाकर व बर्तन माँजकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ये लोग अंकित विहार में गजेन्द्र त्यागी के मकान में किराये पर रहती हैं। ये किस कदर दयनीय जीवन जी रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मकान मालिक इनसे किराया भी नहीं लेता है इसीलिए मकान के सबसे ऊपर के कमरे में रहती हैं।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पकड़ा गया आतंक का आरोपी संदीप कुमार शर्मा पुत्र रामकुमार शर्मा मुजफ्फरनगर के नई मंडी थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद पचैंडा गांव का रहने वाला है। वर्तमान में उसका परिवार मुजफ्फरनगर के ही पचेंडा रोड स्थित न्यू अंकित विहार कालोनी में किराए पर रहता है। संदीप के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है।

एसएसपी अनंद देव के मुताबिक संदीप का भाई प्रवीण शर्मा हरिद्वार में टैक्सी चलाता है। संदीप तीन साल पहले एक मकान में काम करने की बात कहकर जम्मू चला गया था। पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए संदीप की मां प्रेमवती और भाभी रेखा को भी हिरासत में ले लिया है। संदीप के भाई प्रवीण से पूछताछ की गई। गौरतलब है कि प्रवीण प्रधानी का चुनाव भी लड़ चुका है।

आतंक के आरोपी संदीप का भाई प्रवीण कहता है, मैं नहीं कह सकता कि वो यहाँ से जाने के बाद किन लोगों के साथ रहता था, हां, ढाई साल पहले मेरी बुआ के लड़के साथ एक पॉवरग्रिड में वेल्डिंग का काम करने की बात कहकर कश्मीर गया था। कश्मीर जाने के 6 महीने तक वो फ़ोन से परिवार के संपर्क में रहा, मगर पिछले डेढ़ साल से उसने कोई बात नहीं की।

भाई के आतंकी संगठन से जुड़े होने के सवाल पर प्रवीण कहता है कि, अगर संदीप का आतंकवाद से कोई सम्बन्ध है तो हम अपने देश के साथ हैं। सरकार चाहे तो उसको फांसी पर लटका दे, हमारा परिवार कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। मैंने टीवी पर देखा है कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया, यही सबसे बड़ा अपराध है। उसको तो इसी बात पर फांसी मिलनी चाहिए।

प्रवीण के मुताकि संदीप ने हाईस्कूल के बाद पढाई छोड़ दी थी। पहले वो पेप्सी की एजेंसी पर ऑटो चलता था, उसके बाद उसने उसने वेल्डिंग का काम सीखा। फिर मेरी बुआ का लड़का सोनू शर्मा दिल्ली के एक ठेकेदार वकील के साथ उसे जम्मू ले गया। हालांकि कश्मीर जाने के बाद भी उसने कभी कोई आर्थिक मदद नहीं की, मगर वो बहुत मेहनती था। पहले से उसके ऊपर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। अगर मेरा भाई लश्कर—ए—तैयबा के साथ है तो उसको ऑन दा स्पॉट गोली मार दो।

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