संयुक्त संघर्ष मंच ने काकोरी कांड के शहीदों की स्मृति में रामनगर में किया धरना आयोजित
जनज्वार, रामनगर। 19 दिसंबर को उत्तराखण्ड के रामनगर स्थित रानीखेत रोड पर आज 19 दिसंबर को संयुक्त संघर्ष मंच ने धरना आयोजित किया।
इस धरने में शामिल लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) में नागरिकता का मानक संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप धर्म निरपेक्षता को बनाये जाने, CAA में हिंदू, सिख, ईसाई,जैन, बौद्ध व पारसियों के साथ मुस्लिमों आदि को भी देश की नागरिकता प्रदान की करने, जन-आंदोलनों को दमन बंद करने व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को खारिज करने की मांग की गयी।
ललित उप्रेती के संचालन में हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि माेदी सरकार ने 2014 के चुनावों से पूर्व जनता से वादा किया था कि वह हर वर्ष 2 करोड़ लोगों को रोजगार देगी व विदेशों से काला धन लाकर 15-15 लाख उनके बैंक खातों में डालेगी, मगर आज सरकार अपने वादों को पूरा करने की जगह देश की जनता में फूट डालने के लिये नागरिकता संशोधन कानून लेकर आयी है।
वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार देश में आ रही मंदी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। जनता को एकजुट होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत है।
इस सभा को मौ. शाकिर, नदीम, प्रभात ध्यानी, महेश जोशी, पृथ्वी पाल सिंह, खुर्शीद आलम, डॉ. जफर सैफी, नदीम, तहसीम रजा, चाक खान, सोहराब सैफी, हाफिज सईद, मुनीष कुमार, सरस्वती जोशी, कौशल्या चुनियाल, मनमोहन अग्रवाल समेत कुछ अन्य लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदार की।