मोदी जी एक सेकेंड में तो ट्वायलेट का नक्शा नहीं बन पाएगा, लेकिन आपने तो एक सेकेंड में डेढ़ ट्वायलेट बनवा दिए बिहार में

Update: 2018-04-10 19:00 GMT

स्वच्छता से स्वच्छाग्रह : पीएम मोदी ने कहा कि हम बापू के सपनों को पूरा कर के रहेंगे

मोदी ने आज चंपारण में बोलते हुए किया दावा कि पिछले एक हफ्ते में बिहार सरकार ने बनाए 8.50 लाख ट्वायलेट, इस उपलब्धि के लिए नीतीश सरकार की मोदी ने पीठ भी थपथपाई

मोदी के इस आंकड़े का सोशल मीडिया पर खूब उड़ा मजाक, लोगों ने फोटो को लेकर ट्वीटर पर दिया कम फेंकने और ज्यादा पढ़ने की सलाह, इससे पहले भी मोदी अमेरिका में भारत के वोटरो की संख्या बता चुके हैं 600 करोड़, जबकि बोलना था 60 करोड़

जनज्वार, चंपारण। महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू किए गए भारत के पहले सत्याग्रह 'चंपारण सत्याग्रह' के 100 साल पूरे होने के अवसर पर आज 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी जनसभा को संबोधित करने बिहार के चंपारण पहुंचे थे। चंपारण पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी हम बापू के सपनों को पूरा कर के रहेंगे। इस दौरान पीएम ने करीब 20 हजार स्वच्छाग्रहियों और आम लोगों को संबोधित किया।

स्वच्छता से स्वच्छाग्रह अभियान को बल देने बिहार के चंपारण पहुुंचे प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छाग्रह ने जिस तरह से देश की करोड़ों महिलाओं की ज़िन्दगी को बदला है, उससे हम सब भली-भांति परिचित हैं।

पीएम ने इसी कड़ी में आगे कहा कि पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। ये गति और प्रगति कम नहीं है। मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

मोदी के इस बधाई के बाद से लोगों को सवाल किया कि आखिर किस स्पीड से ट्वावलेट बने कि एक हफ्ते में 8.50 लाख बन गए।

मोदी के दावे के मुताबिक एक सप्ताह में 8.50 लाख ट्वायलेट बने। यानी एक दिन में 1 लाख 21 हजार 428, एक घंटे में 5 हजार 2 सौ 59, एक मिनट में 85 और एक सेकेंड में 1.4 ट्वायलेट यानी तकरीबन डेढ़ ट्वायलेट बने।

सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है ये फोटो

 इस आंकड़े का जवाब देते हुए रजत शर्मा ने मोदी को संबोधित करते हुए ट्वीट किया है, 'सब तेरी तरह अनपढ़ नहीं होते।'

नरेंद्र मोदी के इस दावे के बाद ट्वीटर पर यह फोटो शेयर की गयी है, जिससे साबित होता है कि मोदी भारत को सिनेमा स्टंटबाजी का पर्दा समझते हैं और जनता को प्ले ब्वाय।

किसी ने ट्वीटर पर मोदी के कम पढ़े लिखे होने का मजाक बनाते हुए लिखा है, 'क्या है काका कम पढ़े लिखे हैं ना इसलिये यह काका कि गलती नहीं है ये स्क्रीप्ट राइटर की गलती है, उसे शब्दों में 'आठ हजार पांच सौ' लिखना था, लेकिन उसने अंकों में 8500 लिख दिया।'

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