प्रभु ने ली हादसों की जिम्मेदारी, दिया इस्तीफा

Update: 2017-08-23 16:06 GMT

दिल्ली। आखिरकार केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को सौंप ही दिया है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया है।

गौरतलब है कि पिछले पांच दिनों में हुए दो बड़े ट्रेन हादसों के बाद पूरा रेलवे महकमे की कार्यप्रणाली को लेकर तरह—तरह के सवाल उठने शुरू हो चुके हैं।

19 अगस्त को मुज़फ़्फ़रनगर के खतौली में हुए भीषण रेल हादसे में कई दर्जन लोग मारे गए। घटना ने भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था और सरकार की आम लोगों के प्रति संवेदनहीनता को सामने ला दिया। सवाल उठने लगे हैं कि शासन—प्रशासन के लिए आम लोगों की जान की कोई कीमत है भी या नहीं।

आजमगढ़ से दिल्ली जा रही ट्रेन में हादसा आज तड़के सुबह 2.50 मिनट पर हुआ था। कैफियत एक्सप्रेस औरैया स्टेशन के पास अछल्ला थाना क्षेत्र में पटरी से उतर गयी थी, जिसके कारण सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए।

अब देश में एक के बाद एक हो रहे ट्रेन हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री मोदी के पास अपना इस्तीफा भेजा है। प्रभु ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश में हुए इन दो बड़े ट्रन हादसों से बहुत तकलीफ हुई है।  उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा है कि हालांकि उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं किया गया है, प्रधानमंत्री ने उन्हें इंतजार करने को कहा है।

मात्र पांच दिनों में हुए दो बड़े ट्रेन हादसों के बाद रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अशोक कुमार मित्तल ने भी अपने पद से आज ही इस्तीफा दे दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। 

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