दूसरा गोरखपुर बना अहमदाबाद, जिला अस्पताल में 9 बच्चों की मौत

Update: 2017-10-29 15:44 GMT

अहमदाबाद, जनज्वार। अहमदाबाद जिला अस्पताल में कल 28 अक्टूबर को 9 बच्चों की एक दिन में मौत हो गयी। सभी बच्चों की मौत अहमदाबाद जिला अस्पताल के आईसीयू 'इंटेसिव केयर यूनिट' में हुई।

हालांकि गुजरात की राजधानी अहमदाबाद जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट एमएम प्रभाकर बच्चों की मौत की इस झकझोर देने वाली घटना को लेकर वह कारण मानने से इनकार कर दिया है, जिसको मीडिया रिपोर्टों में कारण बताया जा रहा है।

मीडिया खबरों के अनुसार मरने वाले 9 बच्चों में 5 ऐसे बच्चे थे जो राज्य के दूसरे शहरों के अस्पतालों से आए थे। वहीं मरने वाले 4 नवजात बच्चों का जन्म इसी अस्पताल में हुआ था। बच्चों के मरने के मामले में माना गया कि मौके पर डॉक्टरों का अभाव था, जिसके कारण मौतें हुई हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक 5 बच्चे लोनावाड़ा, मानसा, सुरेंद्रनगर, वीरंगम और हिम्मतनगर के अस्पतालों से रेफर किए गए थे।

ऐसे में अस्पताल सुपरिटेंडेंट एमएम प्रभाकर का कहना है कि डॉक्टरों की कमी से बच्चों की मौत की बात सरासर मनगढ़ंत है। अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर हैं। एनआईसीयू में 100 बेड हैं और 24 घंटे काम करने वाली नर्सें भी। ऐसे में जब पत्रकारों ने जानना चाहा कि आखिर मौत हुई कैसे तो उनका कहना था, 'बिलकुल आखिरी वक्त में निजी अस्पतालों को लगता है कि वह मरीजों को बचा नहीं सकते, तब वे जिला अस्पताल में रेफर करते हैं। असल में मौतें कारण हुई हैं।'

इससे पहले भाजपा की ही सरकार में उत्तर प्रदेश के बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में इसी साल अगस्त महीने में 290 बच्चों की मौत हुई थी, जिनमें से 213 एनआईसीयू में और 77 इंसेफ्लाइटिस वार्ड में मरे थे।

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