मोदी और चीनी राष्ट्रपति की डोकलाम​ विवाद के बाद कल पहली मुलाकात

Update: 2017-09-03 22:18 GMT

आज से शुरू हो चुके ब्रिक्स सम्मेलन में कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे भागीदारी, भारत—चीन के बीच उभरे डोकलाम सीमा विवाद के बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी की होगी पहली मुलाकात, यह मुलाकात कई मायनों में होगी महत्वपूर्ण...

चीन में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन से जय प्रकाश पांडे की रिपोर्ट

शियामन। चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को ब्रिक्स प्लस के दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहिए ताकि इस मंच का लाभ अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके। शी चीन के शियामन में ब्रिक्स बिजनेस फोरम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। आज सम्मेनल का पहला दिन था। सम्मेलन 3 से 5 सितंबर तक चलेगा।

सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चीन के शियामन पहुंच गए हैं। वह कल के सम्मेलन में भागीदारी करेंगे।

राष्ट्रपति शी ने पिछले दशक की ब्रिक्स की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ब्रिक्स ने तीन अरब से अधिक लोगों तक विकास को पहुंचाया है। ब्रिक्स की भावना को ध्यान में रखते हुए पांच देशों ने दुनिया के विकास के साथ खुद के विकास में किस तरह महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसका भी उन्होंने उल्लेख किया। ब्रिक्स देश अपनी चमक खो रहे हैं के मिथक को खारिज करते हुए शी ने कहा कि ये देश अपने विकास को लेकर आश्वस्त हैं।

राष्ट्रपति शी ने व्यापक सहयोग और सुरक्षा के दृष्टिकोण पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देश वैश्विक शांति और अंतराष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था में योगदान के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस साल ब्रिक्स देशों ने सुरक्षा से संबंधित विषयों और विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित की है। साथ ही बहुआयामी संस्थानों के प्रतिनिधियों की नियमित बैठक की व्यवस्था की है।

विदेश नीति वार्ता, साइबर सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी गु्रप की बैठकों का भी आयोजन सम्मलेन से पहले किया गया है। शी ने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर परामर्श और सहयोग को मजबूत करना और ब्रिक्स देशों के बीच तालमेल बनाना है। उन्होंने कहा कि हमें संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांत का समर्थन, अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले बुनियादी मानक और इन्हें अधिक लोकतांत्रिक बनाने के लिए काम करना चाहिए जबकि आधिपत्यवाद और दबाव की राजनीति का विरोध करना चाहिए।

राष्ट्रपति शी ने वन बेल्ट वन रोड के तहत हो रहे विकास पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बेल्ट और रोड की पहल किसी भू राजनीति एजेंडे को आगे बढ़ाना नहीं है बल्कि यह व्यावहारिक सहयोग का मंच है। साथ ही यह कोई विदेशी सहायता योजना नहीं है, यह व्यापक परामर्श, सहयोग और साझे लाभ के लिए एक दूसरे से जुड़े विकास के लिए पहल है।

बिजनेस फोरम के उद्घाटन समारोह को ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमेर और साउथ अफ्रिका के राष्ट्रपति जाकोब जुमा ने भी संबोधित किया।

ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रिका उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का मंच है। ब्रिक्स के नौवें शिखर सम्मेलन की थीम उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत भागीदारी है।

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