NRC, CAA और NPR क़ानून हिन्दू-मुस्लिम दंगे कराने की साजिश का हिस्सा : विमल किशोर

Update: 2019-12-31 13:33 GMT

भारत में अब हिटलर के जर्मनी की तरह डिटेंशन सेंटरों का निर्माण किया जा रहा है। मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश की जा रही है। ये भारत की धर्मनिरपेक्षता पर हमला है और हम इसे नहीं सहेंगे...

जनज्वार, सो​नीपत। आज 31 दिसंबर 2019 को हरियाणा के सोनीपत स्थित कुम्हार धर्मशाला में NRC, CAA, NPR पर सेमीनार आयोजित किया गया। इस सेमीनार में बतौर मुख्य वक्ता मानवाधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार शामिल थे।

ह सेमीनार छात्र एकता मंच, छात्र अभिभावक संघ, नौजवान भारत सभा, CYSS समेत कुछ अन्य संगठनों ने मिलकर आयोजित किया।

मुख्य वक्ता हिमांशु कुमार ने NRC, CAA और NPR के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भारत विभिन्नता में एकता का देश है, यह तरह—तरह की संस्कृति, भाषाएं, धर्म, पंथों का समूह है। मगर इसी भारत में अब हिटलर के जर्मनी की तरह डिटेंशन सेंटरों का निर्माण किया जा रहा है। मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश की जा रही है। ये भारत की धर्मनिरपेक्षता पर हमला है और हम इसे नहीं सहेंगे। से​मीनार के अंत में भारतीय संविधान की प्रस्तावना कार्यक्रम में मौजूद वक्ताओं और लोगों द्वारा पढ़ी गयी।

स मौक़े पर छात्र अभिभावक संघ की तरफ से विमल किशोर ने कहा कि आज आरएसएस और बीजेपी की सरकार है। भाजपा हिंदुत्व की राजनीति कर रही है, जिससे भारत की धर्मनिरपेक्षता पर भी चोट होगी और हम लगातार इस के खिलाफ बोलते रहेंगे और लड़ते रहेंगे।

विमल किशोर ने कहा कि NRC, CAA और NPR क़ानून हिन्दू-मुस्लिम दंगे कराने की साजिश का हिस्सा है। समतामूलक महिला संगठन की तरफ से डॉ सुनीता त्यागी और All India United Trade Union Centre की तरफ से ईश्वर राठी ने भी अपनी बात रखी।

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