पंकजा मुंडे भाजपा छोड़ शिवसेना में हो सकती हैं शामिल, ट्वीटर बायो से हटाया पार्टी का नाम

Update: 2019-12-02 12:14 GMT

पंकजा मुंडे के शिवसेना में जाने की अफवाहों को इसलिए भी बल मिल रहा है क्योंकि उद्धव ठाकरे के सीएम बनने पर पंकजा ने ट्वीट कर उनकी तारीफ कर शुभकामनाएं दीं और वरिष्ठ शिवसेना नेता संजय राउत भी कह चुके हैं कई भाजपा नेता हैं उनके संपर्क में...

जनज्वार। महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनावों के बाद वहां सरकार बनाने को लेकर जिस तरह की नाटकीयता सामने आयी, उसने देश ही नहीं दुनिया का ध्यान भी अपनी तरफ आकर्षि​त किया। इन तमाम नाटकीय घटनाक्रमों के बीच अब कहा जा रहा है कि पंकजा मुंडे भाजपा छोड़ शिवसेना में शामिल होंगी।

न कयासों को इसलिए भी बल मिला है क्योंकि पंकजा मुंडे ने अपने ट्वीटर हैंडल से भाजपा का नाम हटा लिया है। इससे पहले उन्होंने यह सोशल मीडिया पर यह पोस्ट डाल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचायी थी कि उन्हें 8-10 दिन चिंतन करना है और उसके बाद वह कोई अहम ऐलान करेंगी।

टकलों की पुष्टि पार्टी के अंदरखाने और शिवसेना के लोग भी कर रहे हैं। फिलहाल राज्य में सरकार बना चुकी शिवसेना की तरफ से सार्वजनिक बयान आया है कि भाजपा के कई नेता उसके संपर्क में हैं। हालांकि महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने पंकजा मुंडे के पार्टी छोड़ने की खबरों की निराधार बताया है।

गौरतलब है कि बीजेपी के कद्दावर नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा कि वह आठ से 10 दिन में अपना आगे का रास्ता चुनने के बारे में फैसला करेंगी। गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश में चर्चित कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी ट्विटर पर अपने बायोडाटा से पार्टी का नाम हटा चुके थे, जिसके बाद उनको लेकर भी तरह-तरह की अटकलों का बाजार गर्म है।

पंकजा मुंडे भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस से नाराज चल रही थीं, इसलिए कहा जा रहा है कि वही गुस्सा सोशल मीडिया पर निकल रहा है। भाजपा पार्टी सूत्रों के मुताकिबक वरिष्ठ नेताओं के सामने अपनी बात रखते हुए पंकजा मुंडे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला था। उसी के बाद उन्होंने पहले फेसबुक पोस्ट कर जल्द ही बड़ा फैसला करने की बात कही और अब ट्विटर पर बायो से भाजपा का नाम हटाया है।

सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक पोस्ट साझा करते हुए पंकजा मुंडे ने मराठी में लिखा, ‘राज्य में बदले राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह सोचने और निर्णय लेने की आवश्यकता है कि आगे क्या किया जाए। मुझे स्वयं से बात करने के लिए आठ से 10 दिन की आवश्यकता है। मौजूदा राजनीतिक बदलावों की पृष्ठभूमि में भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की आवश्यकता है। अब क्या करना है? कौन सा मार्ग चुनना है? हम लोगों को क्या दे सकते हैं? हमारी ताकत क्या है? लोगों की अपेक्षाएं क्या हैं? मैं इन सभी पहलुओं पर विचार करूंगी और आपके सामने 12 दिसंबर को आऊंगी।'

गौरतलब है कि इस बार हुए विधानसभा चुनाव में पंकजा मुंडे परली विधानसभा सीट से अपने चचेरे भाई और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे से हारी हैं। पंकजा मुंडे के समर्थक भी उनकी हार के लिए पूर्व भाजपा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और कह रहे है कि उन्हें जान-बूझकर हरवाया गया।

पंकजा मुंडे के शिवसेना में जाने की अफवाहों को इसलिए भी बल मिल रहा है क्योंकि उद्धव ठाकरे के सीएम बनने पर पंकजा ने ट्वीट कर उनकी तारीफ कर शुभकामनाएं दीं थी। इन अटकलों को आज उस समय भी बल मिला, जब मीडिया ने संजय राउत से पूछा कि क्या पंकजा मुंडे शिवसेना में शामिल होने जा रही हैं तो संजय राउत ने कहा था कि कई नेता शिवसेना के संपर्क में हैं।

Tags:    

Similar News