मोदी बोले CAA पर झूठ फैला रहे अर्बन नक्सल और कांग्रेस, मुस्लिमों को डराकर बना रहे हैं हिंसक माहौल

Update: 2019-12-22 10:44 GMT

CAA पर पहली बार बोलते हुए मोदी ने कहा ये लोग झूठ बोलकर देश को गुमराह कर रहे हैं। आप लोग इनके बहकावे में न आओ। आप सोचो कि एक सत्र में हमारी सरकार दिल्ली के लोगों को घर दिलाने के लिए बिल ला रही है और दूसरे ही पल हम लोगों को देश के निकालने के लिए बिल लाएंगे क्या...

जनज्वार। पूरे देश में Citizenship Amendment Act पर भारी आक्रोश व्याप्त है। देशभर में अब तक इसके विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान हुए प्रदर्शनों में 1 दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। ​बड़े स्तर पर आंदोलनकारियों को गिरफ्तारियां भी की गयी हैं।

सी माहौल में भाजपा ने आज 22 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में 'आभार रैली' का आयोजन किया। इसको प्नधानमंत्री मोदी संबोधित किया। मोदी ने मंच पर आते ही सभी पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और दिल्ली की जनता का आभार व्यक्त करते हुए नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) पर पहली बार मुंह खोला।

मोदी बोले, 'अगर आपको मैं पसंद नहीं हूं, मोदी से नफरत है, तो मोदी के पुतले को जूते मारो, मोदी का पुतला जलाओ, लेकिन देश के गरीब का ऑटो मत जलाओ, गरीब की झोपड़ी मत जलाओ। सारा गुस्सा मोदी पर निकालो। हिंसा के बल पर आपको क्या मिलेगा। कुछ लोग पुलिस वालों पर पत्थर बरसा रहे हैं, पुलिस वाले किसी के दुश्मन नहीं होते। आजादी के बाद हमारे 33 हजार पुलिस वालों ने शांति और सुरक्षा के लिए शहादत दी है। 33 हजार शहादतों का आंकड़ा कम नहीं होता है।'

'नागरिकता कानून से कोई प्रभावित नहीं हो रहा है। कुछ अर्बन नक्सल झूठ फैला रहे हैं। आप लोग पढ़े-लिखे हो, पहले इसे पढ़ तो लो। इस कानून से किसी भी मुस्लिम को डिटेंशन सेंटर में नहीं रहना होगा। भारत में डिटेंशन सेंटर हैं कहां। ये लोग झूठ बोलकर देश को गुमराह कर रहे हैं। आप लोग इनके बहकावे में न आओ। आप सोचो कि एक सत्र में हमारी सरकार दिल्ली के लोगों को घर दिलाने के लिए बिल ला रही है और दूसरे ही पल हम लोगों को देश के निकालने के लिए बिल लाएंगे क्या।

मोदी ने जनता से कहा कि 'आप इन लोगों के इरादे समझिए, ये लोग आपको लड़ाना चाहते हैं। नागरिकता बिल पास होने पर दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रहने वाले एक परिवार ने अपनी नवजात बिटिया का नाम नागरिकता रख दिया। भारत की नागरिकता मिलने की खुशी उनसे बेहतर कौन जान सकता है। आप याद रखिए कि ये नागरिकता देने वाला कानून है, किसी की नागरिकता छीनने वाला नहीं।'

पीएम मोदी ने कहा, 'देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में कहा था कि हमें बांग्लादेश में प्रताड़ित हो रहे लोगों को नागरिकता देनी चाहिए। कांग्रेसी मुख्यमंत्री तरुण गोगोई कहते थे कि बांग्लादेश से आने वाले लोगों की मदद करनी चाहिए। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी शरणार्थियों को सरकार से राहत देने की मांग की थी, मगर अब ये लोग रातोंरात बदल गए। कल तक हमदर्द थे और आज इनको दर्द हो रहा है।

मोदी इस दौरान ममता बनर्जी पर भी तंज कसने से भी नहीं चूके। मोदी ने कहा कि ममता दीदी कोलकाता से सीधे यूएन पहुंच गईं, कुछ साल पहले दीदी संसद में गुहार लगा रही थीं कि बांग्लादेश से आने वालों की मदद की जाये। संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थीं। ममता दीदी अब आपको क्या हो गया। आप क्यों बदल गईं। चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता आती है चली जाती है। बंगाल की जनता पर भरोसा करो, जनता पर से आपका विश्वास क्यों उठ गया है।'

पीएम ने इस दौरान लेफ्ट पार्टीज को घेरा। कहा, 'प्रकाश करात ने भी पड़ोसी देशों में सताए जा रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की बात कही थी, अब वो बदल गए हैं। ये लोग बस वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि वो इस कानून को अपने राज्य में लागू नहीं करेंगे। अपने राज्य के जानकारों से पूछो कि क्या ऐसा किया जा सकता है। रिफ्यूजी का जीवन क्या होता है, बिना कसूर के अपने घरों से निकाल देने का दर्द क्या होता है, ये दिल्ली से बेहतर कौन समझ सकता है। यहां का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां बंटवारे के बाद किसी शरणार्थी का और बंटवारे से अल्पसंख्यक बने भारतीय का आंसू ना गिरा हो। महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है।'

मोदी बोले, इस संसद सत्र में हमने सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पास कराया। संसद ने आपके उज्जवल भविष्य के लिए, दलित-पीड़ितों के लिए, सभी सांसदों ने इस बिल को पास कराने में मदद की है। आप इन सभी सांसदों का सम्मान कीजिए। इस बिल को पारित कराने के लिए मैं भी लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को प्रणाम करता हूं। इस बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं। ये लोग मुस्लिमों को गुमराह कर रहे हैं, उनकी भावनाओं को भड़का रहे हैं।'

मोदी बोले, 'जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया तो क्या किसी से पूछा था कि आपका धर्म क्या है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं, किसको वोट देते हैं, हमने आपसे सबूत मांगा था क्या। केंद्र सरकार के इस फैसले का लाभ सभी धर्मों को लोगों को मिला। हम देश से लगाव के कारण जीते हैं। एक ही सत्र में दो बिल पारित हुए हैं। एक में मैंने दिल्ली के लोगों को अधिकार दिए और ये लोग झूठ फैला रहे हैं कि मैं अधिकार छीन रहा हूं। मैं उनको चुनौती देता हूं कि मेरे काम की पड़ताल कीजिए। अगर काम में भेदभाव नजर आता है तो देश के सामने रख दीजिए।'

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