बकौल सुष्मिता देव मोदी-शाह जगह-जगह नफरत फैलाने वाले भाषण दे रहे हैं, निर्वाचन आयोग द्वारा स्पष्ट प्रतिबंध के बावजूद राजनीतिक प्रचार के लिये सशस्त्र बलों का बार-बार जिक्र कर रहे हैं, सेना का प्रयोग अपनी वोट पोलिटिक्स के लिए कर रहे हैं....
जनज्वार। सुप्रीम कोर्ट ने कल 29 अप्रैल को हुई एक सुनवाई के दौरान कहा कि आज 30 अप्रैल को वह प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने के आरोप मामले में सुनवाई करेगा। गौरतलब है कि यह बात सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव द्वारा मोदी—शाह द्वारा आचार संहिता उल्लंघन वाली याचिका स्वीकार करने के दौरान कही। सुष्मिता देव अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
कल मोदी—शाह पर आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाने वाली याचिका स्वीकार करते हुए मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने कहा कि सुष्मितादेव की याचिका पर सुनवाई की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सुष्मिता देव के वकील एएम सिंघवी ने कहा कि मोदी-शाह ने आदर्श आचार संहिता का सरेआम उल्लंघन किया है। हद तो यह है कि निर्वाचन आयोग भी उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
आज सुप्रीम कोर्ट में होने वाली आचार संहिता उल्लंघन मामले में सुनवाई को लेकर चुनाव आयोग के डिप्टी कमिश्नर भूषण कुमार कहते हैं, चुनाव आयोग की बैठक सिर्फ और सिर्फ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले को लेकर है। हम सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि देश में चार सप्ताह से आचार संहिता लागू है, मगर प्रधानमंत्री मोदी और शाह आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। आचार संहिता लागू होने के बाद मोदी ने वर्धा में 1 अप्रैल को आयोजित चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस को कैसे माफ किया जा सकता है, वह हिंदू आतंकवाद की बात करती है। जब आप लोग हिन्दू आतंकवाद की बात सुनते हैं तो क्या आप लोग दुखी महसूस नहीं करते। एक समुदाय जो शांति, भाइचारा और सद्भाव के लिए जाना जाता है, उसे आतंकवाद से कैसे जोड़ा जा सकता है। हजारों साल के इतिहास में एक भी ऐसा वाकया नहीं है जिसमें हिन्दू आतंकवाद का जिक्र हो, यहां तक कि ब्रिटिश भी यह नहीं कह सके, मगर कांग्रेस कहती है।'
वहीं अमित शाह ने चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सरेआम हिन्दू धर्म को पूरे विश्व में बदनाम कर रहे हैं। राहुल को हिन्दू धर्म को आतंकवाद से जोड़ने पर माफी मांगनी चाहिए।
याचिकाकर्ता सुष्मिता देव ने कहा कि योगी-शाह कांग्रेस और हिंदू-मुस्लिम में वैमनस्यता फैलाने वाली बयानबाजी लगातार कर रहे हैं, मगर चुनाव आयोग जान-बूझकर कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। जबकि इसी तरह की आग लगाने वाली बयानबाजी के लिए इससे पहले चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ कार्रवाई की थी तथा उन्हें तीन दिन तक प्रचार करने से रोक दिया था। बकौल सुष्मिता देव मोदी—शाह जगह-जगह नफरत फैलाने वाले भाषण दे रहे हैं, निर्वाचन आयोग द्वारा स्पष्ट प्रतिबंध के बावजूद राजनीतिक प्रचार के लिये सशस्त्र बलों का बार—बार जिक्र कर रहे हैं, सेना का प्रयोग अपनी वोट पोलिटिक्स के लिए कर रहे हैं।