आरक्षण के नाम पर प्रताड़ित दलित अधिकारी आत्महत्या मामले में अधिकारियों ने लखीमपुर में किया प्रदर्शन
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है, लेकिन सच यह है कि भ्रष्टाचार में साथ न देने के कारण एक दलित अधिकारी को होना पड़ता है आत्महत्या के लिए मजबूर
आत्महत्या के लिए जिम्मेदार 9 लोगों पर पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज, 4 की गिरफ्तारी और 5 हैं गायब
जनज्वार, लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी में ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार रैदास के सुसाइड प्रकरण में पिता कोमल प्रसाद की तहरीर पर 9 लोगों पर आत्महत्या के प्रति उकसाने का मुकदमा सदर कोतवाली में आज 6 सितंबर दर्ज किया गया है।
कोतवाली पुलिस ने किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान, प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष प्रदीप शुक्ला उर्फ श्यामू, गोला तहसील अध्यक्ष महेश चंद्र वर्मा, मीडिया प्रभारी विकास शुक्ला निवासी मितौली, सेक्टर प्रभारी अनिल स्वामी, ब्लॉक अध्यक्ष राम सिंह वर्मा, देवरिया प्रधान के पुत्र पप्पू उर्फ हरदेव सिंह, रसूलपुर प्रधान के पति जुबेर अहमद और गयासुद्दीन निवासी रसूलपुर पर धारा 147, 384, 306, sc/st act के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
संबंधित खबर : प्रधानों की गुंडागर्दी और जातिगत उत्पीड़न से तंग आकर यूपी में दलित अधिकारी ने की आत्महत्या
किसान यूनियन के कुम्भी गोला ब्लॉक अध्यक्ष महेशचंद्र, सेक्टर अध्यक्ष अनिल स्वामी, रसूलपुर प्रधान पति जुबेर खान, गयासुद्दीन, रामसिंह पटेल को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं आज ग्राम विकास अधिकारी संघ ने आज 6 सितंबर की शाम को लखीमपुर के शहर में अन्य 5 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये कैंडिल मार्च निकाला है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अन्य अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है और कहा है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।