पुलवामा आतंकी हमले में 30 जवान शहीद, दर्जनों गंभीर रूप से घायल

Update: 2019-02-14 13:50 GMT

सेना के जवानों पर जब हमला किया गया, तब काफिले में सीआरपीएफ की करीब 78 गाड़ियां शामिल थीं। काफिले में 2500 जवान शामिल थे...

जनज्वार। आज जम्मू-कश्मीर के पुलवामा स्थित अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर बड़ा आत्मघाती आतंकी हमला किया गया, जिसमें सीआरपीएफ के लगभग 30 जवानों के शहीद होने की खबर आ रही है।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक हमले में जहां 30 से ज्यादा जवान शहीद हे चुके हैं, वहीं लगभग 50 जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि यह संख्या कहीं ज्यादा होने की आशंका रक्षा अधिकारियों द्वारा जताई जा रही है और मरने वालों को लेकर भी कहा जा रहा है कि यह संख्या दो दर्जन के भी पार कर जाएगी।

शुरुआती जांच के बाद सामने आया है कि इस हमले के लिए IED का इस्तेमाल हुआ है। गंभीर रूप से घायल कई जवानों को श्रीनगर स्थित सेना के अस्‍पताल ले जाया गया है।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सेना के जवानों पर जब हमला किया गया, तब काफिले में सीआरपीएफ की करीब 78 गाड़ियां शामिल थीं। काफिले में 2500 जवान शामिल थे। इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ जा रही थीं। 54वीं बटालियन पर ये हमला आतंकियों ने 3 बजकर 37 मिनट पर पुलवामा के अवंतीपुरा में लातू मोड़ पर किया था।

गौरतलब है कि आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही बस को मुख्‍य रूप से अपना निशाना बनाया था। हमले में कई अन्‍य वाहन भी क्षतिग्रस्‍त हुए हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक सेना के एक अधिकारी का कहना है कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है। जहां पर यह हमला हुआ वह श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे का बयान आया है कि दोषियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 'इस कायराना हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। हम शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। मोदी सरकार के पिछले 5 वर्षों में यह 18वां बड़ा आतंकी हमला है। आखिर 56 इंच की छाती कब जवाब देगी? अब देश का धैर्य अब टूट चुका है और देश जानना चाहता है कि अब मोदी जी क्या करेंगे? आप देश को जवाब दें।'

इस हमले के बाद बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवन्तीपुरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च अभियान चला दिया है।

वहीं पीटीआई की खबर के मुताबिक आतंकी पुलवामा का रहने वाला है। पुलिस ने आतंकी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। आदिल अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आज जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए।

इस हमले के बाद केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने ट्वीट किया, 'एक सैनिक और भारत का नागरिक होने के नाते इन कायरतापूर्ण हमलों को लेकर मेरा ख़ून खौल रहा है। CRPF के बहादुर जवानों ने पुलवामा में अपनी जान क़ुर्बान कर दी। मैं उनकी क़ुर्बानी को सलाम करता हूं और वादा करता हूं कि हमारे जवानों के ख़ून के हर कतरे का बदला लिया जाएगा।'

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, 'मैं CRPF काफ़िले पर कायराना हमले से परेशान हूं। शहीदों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं।'

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी हमले पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, 'कोई भी शब्द इस भीषण आतंकी हमले की निंदा करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।'

गौरतलब है कि आज हुए इतने बड़े आतंकी हमले से पहले कल बुधवार 13 फरवरी को पुलवामा जिले के एक निजी विद्यालय में विस्फोट होने से कम से कम 12 विद्यार्थी घायल हो गए थे। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक विस्फोट जिले में काकापुरा क्षेत्र के नरबल गांव में दोपहर के समय हुआ था। विस्फोट में 10वीं के लगभग 12 विद्यार्थी घायल हो गए। घायल विद्यार्थियों को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। इस हमले की भी जांच की जा रही है।

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