सुविख्यात अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज को झारखंड पुलिस ने किया गिरफ्तार

Update: 2019-03-28 08:07 GMT

ज्यां द्रेज के साथ जिन अन्य 2 सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है, वे सभी लोग भोजन के अधिकार मुद्दे पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी कर रहे थे...

जनज्वार। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज को झारखंड पुलिस ने राज्य के गढ़वा जनपद से हिरासत में लिया है। ज्यां द्रेज को हिरासत में लेकर झारखंड पुलिस ने स्थानीय विष्णुपुरा पुलिस स्टेशन में रखा है।

जानकारी के मुताबिक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज को उस समय गिरफ्तार किया गया जब एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता विवेक समेत कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ वह गढ़वा में एक सभा कर रहे थे। पुलिस ने वहां पहुंच न सिर्फ उनकी सभा को रोका बल्कि सभा का नेतृत्व कर रहे लोगों को पकड़कर ले गई। यह जानकारी भोजन के अधिकार आंदोलन से जुड़े सिराज ने मीडिया से साझा की।

स्वराज अभियान से जुड़े वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने ज्यां द्रेज की गिरफ्तारी की सूचना ट्वीटर पर साझा करते हुए लिखा है, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के साथ कई पुस्तकों के सह-लेखक रहे ज्यां द्रेज को झारखंड में 2 अन्य कार्यकर्ताओं के साथ भोजन के अधिकार पर एक बैठक आयोजित करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया है। सवाल है कि गुड़गांव में मुस्लिम परिवार के साथ मारपीट करने वाले गुंडे अभी तक खुले में घूम रहे हैं और पीएम 2012 डीआरडीओ की उपलब्धियों को भुनाने में व्यस्त।'



ज्यां द्रेज और अन्य दो सामाजिक कार्यकर्ताओं की इस तरह से गिरफ्तारी को जनांदोलनों पर राज्य के लगातार कसते शिंकजे के बतौर देखा जा रहा है।

हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पुलिस ने उन्हें किसलिए गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ कौन सी धारा लगायी गई है या सिर्फ उन्हें हिरासत में लिया गया है। ज्यां द्रेज के साथ जिन अन्य 2 सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है, वे सभी लोग भोजन के अधिकार मुद्दे पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी कर रहे थे।

ज्यां द्रेज वर्तमान में रांची विश्विद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर हैं। उन्होंने भोजन का अधिकार, बाल स्वास्थ्य, लैंगिक असमानता, शिक्षा, कुपोषण जैसे सामाजिक मुद्दों को लेकर काफी काम किया है। उनके साथ हिरासत में लिए गए दो अन्य कार्यकर्ता विवेक और अनुज भोजन का अधिकार अभियान से जुड़े हुए हैं।

गौरतलब है कि ज्यां द्रेज समेत अन्य लोग भोजन का अधिकार अभियान के माध्यम से सरकार की आधार कार्ड की अनिवार्यता पर कई गंभीर सवाल खड़ा कर रहे थे, जो सरकार को अपने लिए खतरे की सूचना लग रही थी, कि कहीं जनता सच जान न जाए। अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया के पति हैं।

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