निजामुद्दीन जमातियों की कानपुर में मूवमेंट के बाद 7 इलाके रेड जोन घोषित

Update: 2020-04-05 14:20 GMT

शनिवार 4 मार्च को कर्नलगंज और बाबूपुरवा में मस्जिदों के आसपास के घरों मे मेडिकल परिक्षण किया गया है जिसमे लगभग 300 लोगों को जांच के बाद होम क्वारैंटाइन का आदेश दिया गया है...

जनज्वार ब्यूरो। कानपुर के जिन इलाकों में कोरोना जमात से आये कोरोना संक्रमितों का मूवमेंट हुआ था उन इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। इन सभी इलाकों में बेरीकेडिंग लगाकर सील करने के साथ ही ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी गई है। इस दौरान जो 9 लोग झुंड लगाकर बैठे मिले। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

डीआईजी अनंतदेव तिवारी ने जानकारी दी कि अनवरगंज, बेकनगंज, चमनगंज, बाबूपुरवा, कर्नलगंज और घाटमपुर को रेड जोन घोषित किया गया है। क्यों कि इन इलाकों की मस्जिदों में कोरोना संक्रमित जमाती घूमे थे और यहां के लोग मस्जिदों में उनसे मिले थे। जिसके बाद इन इलाकों को सील करने के साथ ही ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी गई है।

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ड्रोन से हो रही निगरानी में बेकनगंज में जो 9 लोग झुंड में दिखाई दिए उन सभी को पुलिस को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में युवकों ने अपने नाम शमशाद, मो, शादिक, मो. वारिश, मो. अजहर, शानी, मशरूर अली, मंसूर अली, मो, नईम अंसारी और खुर्शीद आलम बताया। इन सभी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन में एफआईआर दर्ज की गई।

Full View पूर्वी राजकुमार अग्रवाल, एसपी पश्चिम डॉ.अनिल कुमार और एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने खुद इलाके में जाकर जायजा लिया। डीआईजी ने कहा कि इन क्षेत्रों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। इसके बाद भी अगर कोई बाहर निकला तो 5-5 लाख रुपये के मुचलके पर पाबंद किया जाए।

निवार 4 मार्च को कर्नलगंज और बाबूपुरवा में मस्जिदों के आसपास के घरों मे मेडिकल परिक्षण किया गया है जिसमे लगभग 300 लोगों को जांच के बाद होम क्वारैंटाइन का आदेश दिया गया है। रविवार को भी सभी रेडजोन इलाकों में पड़ने वाले 30 हजार घरों में मेडिकल परीक्षण किया जाएगा।

ता दें कि निजामुद्दीन मरकज से आए तब्लीगी जमात के 8 विदेशी नागरिक राजस्थान होते हुए बीते 14 मार्च को बाबूपुरवा की सुफ्फा मस्जिद पहुचे थे। शुक्रवार को केजीएमयू से आई रिर्पोट में दो विदेशी नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। कोरोना संक्रमित दोनो विदेशी नागरिक अफगानिस्तान के हैं। जिन्हें हैलट अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

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सके साथ ही बीते 18 मार्च को निजामुद्दीन मरकज से आए तीन जमाती चमनगंज के हलीम प्राइमरी मस्जिद में ठहरे थे। सभी जमाती कर्नलगंज की हुमांयू मस्जिद में एक दिन रूकने के बाद नौबस्ता की खैर मस्जिद में ठहरे थे। तीनों जमाती खैर मस्जिद से होते हुए बाबूपुरवा की सुफ्फा मस्जिद गए थे।

Full View दूसरी जमात के लोग भी दिल्ली से आए और सजेती के बरीपाल मस्जिद में ठहरे थे। इस जमात के लोग जनपद कानपुर देहात के कैंधा धर्म के प्रचार प्रसार के लिए गए थे। इन सभी मस्जिदों से जुड़े लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।

सपी ईस्ट राजकुमार अग्रवाल के मुताबिक कानपुर में लॉकडाउन का असर सड़को पर 100 प्रतिशत दिखाई दे रहा है। लेकिन गलियों और मोहल्लों में इसका क्या असर पड़ा है। कितना इसका लोग पालन कर रहे है। हालाकि हमारी पुलिस टीमें गश्त करती रहती है। इसके साथ ही ड्रोन कैमरे से सर्विलांस किया गया तो हमने जो वीडियो फुटेज प्राप्त किया। उसमे यह देखा गया कि लोग लॉकडाउन का लोग पूरी तरह से पालन नहीं कर रहे हैं।

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