नवजात की मां कहती है, पहले लोगों ने हमारा मजाक उड़ाया कि हमने अपने बच्चे का नाम लॉकडाउन कैसे रख दिया, मगर बाद में वाहवाही शुरू कर दी...
जनज्वार, जनज्वार। पूरे देश में कोरोना वायरस की भयावहता तथा लॉकडाउन को लेकर आमजन बहुत परेशान है। कोई सड़क पर है तो किसी को भूख से मरने की नौबत आ रही है। सभी तरफ दिक्कत और परेशानियों की खबर सामने आ रही हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक माँ बाप ने लॉकडाउन के चौथे दिन जन्मे अपने बच्चे का नाम ही लॉकडाउन रख दिया है।
गौरतलब है कि देवरिया जिले के खुखुंदू कस्बे में रहने वाले एक परिवार में नीरजा देवी ने 29 मार्च को पीएससी खुखुंदू में एक बेटे को जन्म दिया। पवन प्रसाद की पत्नी नीरजा को रविवार 28 मार्च की शाम को प्रसव पीड़ा के बाद पीएससी खुखुंदू में भर्ती कराया गया था। नवजात बच्चे के पिता पवन कहते हैं, बच्चे का जन्म ऐसे वक्त में हुआ है, जब पूरा देश कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है। साथ ही देश में लॉकडाउन लगा हुआ है, ऐसे में कोरोना से बचाव का संदेश देने के लिए हमने अपने बच्चे का नाम लॉकडाउन ही रख दिया।
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नवजात की मां नीरजा कहती हैं, पहले लोगों ने हमारा मजाक उड़ाया कि हमने अपने बच्चे का नाम लॉकडाउन कैसे रख दिया, मगर बाद में वाहवाही शुरू कर दी।'
देवरिया जिले के खुखुंदु कस्बे में रहने वाले इस परिवार ने कोरोना संकट को देखते हुए इस नवजात का नाम लॉकडाउन ही रख दिया। बच्चे के पिता पवन कहते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री के मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं। पवन ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देखते हुए देश के मुखिया लगातार निर्णय ले रहे हैं। सरकार इस महामारी को रोकने के लिए जो कदम उठा रही है, उसका हम सभी को पालन करना चाहिए।
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जनज्वार को मिली जानकारी के अनुसार नवजात के माता-पिता ने आपसी सहमति से बच्चे का नाम लॉकडाउन रखा है। उनका कहना है कि देश में लॉकडाउन के चलते उन्होंने अपने बच्चे का ये नाम रखने का फैसला किया है। सभी देशवासियों को कोरोना वायरस से बचाव का संदेश देने के लिए उन्होंने यह नाम रखने का फैसला किया। साथ ही बच्चे के पिता पवन का कहना है कि कोरोना वायरस जैसी बीमारी से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो निर्णय लिया है, वह यकीनन देशहित में है।
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गौरतलब है कि इस समय पूरे देश को कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार इस लॉकडाउन के दौरान लोगों की सहायता के लिए लगातार अभियान चला रही, मगर इस दौरान मजदूरों—गरीबों की बेहाली की भी तमाम खबरें सामने आ रही है।।