हैदराबाद गैंगरेप पर सोनल मानसिंह बोलीं, आखिर कब तक ऐसी घटनाओं के लिए कैंडल मार्च निकालते रहेंगे हम

Update: 2019-12-02 10:13 GMT

सोनल मानसिंह बोलीं कि महिला कोई खिलौना नहीं है कि उसके साथ थोड़ा सा खेला और फेंक दिया। बलात्कारियों के लिए समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए....

जनज्वार। हैदराबाद में पशु चिकित्सक महिला के साथ गैंगरेप के बाद निर्ममता से हत्या मामले में पूरा देश उबल पड़ा है। कोई उन्हें तुरंत फांसी पर लटकाने की मांग कर रहा है तो कोई कह रहा है कि रेपिस्टों को जनता के हवाले कर देना चाहिए, वह खुद न्याय कर देगी।

राज्यसभा में भी हैदराबाद गैंगरेप का मामला उठा और सांसदों ने इसके लिए कड़ा कानून बनाने की मांग की। कहा कि कहीं ऐसा न हो कि दिल्ली के निर्भया कांड की तरह इतने सालों बाद भी अपराधियों को सजा न दी जाये।

स मामले में राज्यसभा सोनल मानसिंह ने कहा कि, हैदराबाद में पशु चिकित्सक के साथ हुई नृशंस घटना पर मैं शर्मिंदा हूं और हैरान भी हूं। निराश भी हूं कि इस तरह की घटनाएं पूरे देश में हो रही हैं। आखिर ऐसी घटनाओं पर सरकार, पुलिस, नागरिक समाज उदासीन क्यों है? हर बार ऐसी घटनाओं के बाद कैंडल मार्च और रैलियां होती हैं, आखिर यह कब तक जारी रहेगा? कब लगेगी ऐसी घटनाओं पर लगाम।

सोनल मानसिंह बोलीं कि महिला कोई खिलौना नहीं है कि उसके साथ थोड़ा सा खेला और फेंक दिया। बलात्कारियों के लिए समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

सोनल मानसिंह बोलीं कि अगर मैं बलात्कारियों को फांसी पर लटकाने की वकालत करूंगी तो लोग मुझे घेरना शुरू करेंगे और बलात्कारियों के मानव अधिकारों की पक्षधरता करने लगेंगे कि उन्हें फांसी कैसे दी जा सकती है। मगर एक महिला का सामूहिक बलात्कार कर उसको जलाकर मार डालना क्या है, आखिर उस महिला के मानवाधिकारों का क्या हुआ।

सोनल मानसिंह ने कहा कि जब तक बलात्कार के आरोपियों को तय वक्त में कड़ी से कड़ी सजा नहीं मिलेगी, तब तक देश में कुछ भी नहीं बदलने वाला। बलात्कार की जघन्य घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कड़ा कानून बनाने की जरूरत है।

हालांकि सोनल मानसिंह के हैदराबाद गैंगरेप पर दिये इस बयान पर कुछ लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। जय नाम के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, 'आपको अपनी सरकार से यह सवाल पूछना चाहिए कि वे महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दे।'

माल कहते हैं, कैंडल मार्च और रैली में ऐसे मुद्दों को हल नहीं है। राजनेताओं और हमारे सिस्टम को ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए कुछ मैच्योर कदम उठाने होंगे। जब तक हमारे देश में सभी लोगों और संसाधनों की कीमत नहीं समझी जायेगी, राष्ट्र समृद्धि नहीं करेगा।

तो कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणी पर कहा है कि आप सत्ता में हैं, क्यों नहीं सरकार से कहती कि ऐसे मामलों में कुछ कड़े कदम उठायें, अपराधियों को 7 दिन के अंदर फांसी पर क्यों नहीं लटकाया जा रहा है।

सोनल मानसिंह के अलावा कई अन्य नेताओं ने भी मोदी सरकार से मांग की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कड़े कदम उठाये जायें। नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी राज्य या सरकार नहीं चाहती है कि उसके राज्य में ऐसी घटना घटे। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हमने बहुत कानून बनाए, लेकिन कभी-कभी सिर्फ कानून बनाने से ही समस्या हल नहीं होती। इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए पूरे समाज को खड़ा होना होगा।'

म आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने हैदराबाद पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की सिफारिश करते हुए कहा कि 'इस मामले में न्याय में देरी ना हो, बलात्कार के मामलों में निश्चित समयसीमा में फास्ट ट्रैक कोर्ट के अंदर सुनवाई हो और जल्द से जल्द सजा का प्रावधान किया जाए।'

2012 में नृशंस तरीसे से गैंगरेप का शिकार हुई दिल्ली की निर्भया का कांड अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रहा था, मगर आज तक उसके दोषियों को सजा नहीं हुई है। कहीं ऐसा न हो कि यह मामला भी उसी तरह लटक जाये।

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