उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस आयोजनों के शोर में दब गयी है आम जनता की आवाज
राज्य स्थापना दिवस पर महिला एकता मंच करेगा सभा आयोजित, जिसमें उत्तराखण्ड की आम जनता और महिलाओं के सवालों पर होगी बात
सरकारों द्वारा उत्तराखंड के आखिरी गांव तक विकास की रोशनी पहुंचाने का वादा पूरा करने की जगह उत्तराखंड को रख दिया है सुगम-दुर्गम में उलझाकर...
जनज्वार, रामनगर। उत्तराखण्ड में काम कर रहा सामाजिक राजनीतिक संगठन महिला एकता मंच आगामी 9 नवंबर, 2019 को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर एक जनसभा व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेगा, जिसमें सरकार के तमाम दावों और वादों के बरक्स आम जनता के सवालों पर बात की जायेगी। यह आयोजन नैनीताल व चंपावत जिले की सीमा पर बसे ढोली गांव के खाल बाजार, पैजाना में आयोजित किया जायेगा।
महिला एकता मंच का कहना है कि उत्तराखंड राज्य को अस्तित्व में आए हुए आज 19 वर्ष होने जा रहे है। इन 19 वर्षों में राज्य की स्थिति बद् से बदतर हुयी है। रोजगार, शिक्षा व इलाज के लिए पलायन जारी है। जंगली जानवरों के आतंक से खेती-किसानी चौपट होती जा रही है। कहीं-कहीं तो हालात इतने खराब हैं कि जंगली जानवरों से लोग न अपने घरों में सुरक्षित हैं और न ही बाहर।
लम्बे संघर्षों व कुर्बानियों के बाद अस्तित्व में आया उत्तराखंड राज्य वैसा राज्य नहीं है, जिसके लिए राज्य आंदोलनकारियों ने संघर्ष किया था। गांवों से पलायन कर शहरों की तरफ पहुंचे लोगों को वहां भी ठोकरें ही मिल रही हैं। राज्य स्थापना दिवस पर होने वाले आयोजनों के शोर में आम जनता की इच्छा-आकांक्षा का गला घुटकर रह गया है। जिन लोागों को जनता ने अपना प्रतिनिधि चुनकर दिल्ली व देहरादून तक भेजा था, वे जनता के जीवन से जुड़े सवालों का समाधान देने में नाकामयाब साबित हुए हैं।
सरकारों द्वारा उत्तराखंड के आखिरी गांव तक विकास की रोशनी पहुंचाने का वादा पूरा करने की जगह उत्तराखंड को सुगम-दुर्गम में उलझाकर रख दिया है।
शनिवार, 9 नवम्बर 2019 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नैनीताल व चंपावत जिले की सीमा पर बसे ढोली गांव के खाल बाजार, पैजाना में महिला एकता मंच द्वारा दिन के 11 बजे से एक सभा का आयोजन किया जायेगा।