UP सरकार का अमानवीय चेहरा, बरेली पहुंचे मजदूरों पर ही करा दिया छिड़काव, डीएम ने मानी गलती
यहां कर्मचारियों ने दूसरी जगहों से आए बच्चों, महिलाओं और पुरूषों को सैनिटाइज करने का अनोखा तरीका निकाला है। प्रशासन द्वारा सभी मजदूरों को बिठाकर उन्हें डिसइंफेक्ट किया जा रहा है...
जनज्वार। कोरोना के बीच एक अमानवीय काम बरेली के प्रशासन द्वारा पर मजदूरों द्वारा किया गया है। आज दुनिया भर में जहां कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में संवेदनहीनता से जुड़ी खबरें भई खूब देखने को मिल रही है। ऐसी ही एक खबर उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है।
यहां कर्मचारियों ने दूसरी जगहों से आए बच्चों, महिलाओं और पुरूषों को सैनिटाइज करने का अनोखा तरीका निकाला है। प्रशासन द्वारा सभी मजदूरों को बिठाकर उन्हें डिसइंफेक्ट किया जा रहा है। इसका वीडियों सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल किया जा रहा है। वीडियों के वायरल होते ही जिलाधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को सेटेलाइट अड्डे पर ऐसे सैकड़ों लोगों पर दमकल गाड़ियों से केमिकलयुक्त पानी को स्प्रे किया गया। जब स्प्रे किया हुआ पानी लोगों की आखों में लगा तो लोगों की आखों लाल हो गई। कुछ छोटे बच्चे रोने लगे। जिसके बाद स्प्रे होते ही ये लोग जान छुड़कार भागने को मजबूर हो गए।
बरेली डीएम ट्वीट करते हुए लिखा, 'इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।'
देखें वीडियो
सेनिटाइज किए जाने वाले ये लोग दिल्ली से थके मांदे अपने घरों को जाने वाले यह लोग रविवार को सेटेलाइट अड्डे पर बस मिलने की आस में पहुंचे । इन लोगों को पहले ट्रैफिक पुलिस व पुलिस ने सड़क पर बैठा दिया। इसके बाद इन पर दवा का छिड़काव कर सैनिटाइज करने की बात कही गई । इस दौरान कई गरीब मजदूरों को कुछ पता ही नहीं चल पा रहा था कि उनके साथ किया क्या जा रहा है। कई मजदूर इस डर के मारे वहां बैठ गए की कहीं पुलिस वाले उन्हें गिरफ्तार ना कर ले ।
खबर के आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रशासन के ऊपर सवाल करना शुरू कर दिए है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल: - क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? -केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? - भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? - साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है?
यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल:
- क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं?
- केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है?
- भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है?
- साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है? pic.twitter.com/Wgqh8Ntkky
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh)
?ref_src=twsrc^tfw">March 30, 2020