भूख से आजादी के लिए जंग लड़ते रोबिन्स

Update: 2017-08-14 09:47 GMT

पटना। आज़ादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद में हमारे देश में भुखमरी सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। एक सर्वे के मुताबिक हमारे देश में करीब 20 करोड़ लोग भुखमरी जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। ये बिडंबना ही है कि एक तरफ तो हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में अपनी ताकत दिखाते हैं, वहीं देश का एक दूसरा पहलू ऐसा भी है जिसमे एक बड़ी संख्या में लोगों को भुखमरी जैसी समस्या से जूझना पड़ रहा है।

भुखमरी की इस समस्या से निपटने को एक अभियान की तरह लेने का काम कर रही है 'रोबिन हुड आर्मी'।

तीन साल पहले कुछ युवाओं द्वारा शुरू की गई 'रोबिन हुड आर्मी' एक स्वयंसेवी संगठन है, जो रेस्टोरेंट और शादी, पार्टियों से बचे हुए खाने को जरूरमंद लोगों तक पहुंचाने का काम करती है। इस सोशल ग्रुप में बड़े पैमाने पर छात्र और युवा कामकाजी पेशेवर जुड़े हैं जो बेघर परिवारों, अनाथाश्रमों और सार्वजनिक अस्पतालों में भूखे लोगों तक खाना पहुंचाने का काम करते हैं।

दुनिया के कई देशों में इस पहल को सराहना मिली है। साथ ही हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी रोबिन हुड आर्मी एक बड़े लेवल पर काम कर रही है। बात अगर भारत की करें तो पूरे देश के 41 शहरों में रोबिन हुड आर्मी अपने काम को बखूबी अंजाम दे रही है, जिसमें लगभग 21 लाख लोगों तक खाना पहुँचाने का काम किया जा चुका है।

आर्मी की इस मुहिम से दुनिया भर के लोगों के साथ देश के कई इंटेलेक्चुअल लोग भी जुड़े हैं, जिनमें फरहान अख्तर, शशि थरूर समेत कई जानी—मानी हस्तियां शामिल हैं।

रोबिन हुड आर्मी से जुड़े पटना के युवा आलोक अभिनव इस साल पटना में 15 अगस्त को भूखों को खाना दिए जाने की पहल को बढ़ने के लिए युवाओं से अपील करते हैं कि, 'रोबिन हुड आर्मी इस 15 अगस्त पर उन लोगों के लिए कुछ करने की पहल ले रही है जो भूखे पेट सोने को मजबूर हैं। रोबिन हुड से जुड़ने के लिए आपको कोई फंड इकठ्ठा नहीं करना है और न ही हम किसी डोनेशन देने की बात कर रहे हैं। बस रेस्टोरेंट और ऐसी जगहों से खाना इकट्ठा करना है जो कि बच गया है और इस खाने को जरुरतमंद लोगों तक पहुँचाना है।'

गौरतलब है कि इस 15 अगस्त पर रोबिनहुड आर्मी ने 10 लाख लोगों तक खाना पहुंचने का लक्ष्य रखा है। जो सोशल मीडिया पर #Mission1million से ट्रैंड कर रहा है।

Similar News