गिरफ्तार हुए सूरज के हत्यारोपी ITBP जवान, सरकार देगी परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा
एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने कहा हमने भर्ती में सूरज के साथ आये अन्य युवाओं के बयानों, शिनाख्त और अन्य साक्ष्यों के आधार पर ITBP के तीन जवानों को किया है गिरफ्तार, अभी इस मामले में जांच है जारी...
जनज्वार, हल्द्वानी। भारी जनदबाव के चलते अंततः आज 26 अगस्त को पूरे 10 दिन बाद सूरज के हत्यारोपी ITBP जवानों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक इन तीनों हत्यारोपियों को जेल भेज दिया गया है। आज प्रशासनिक महकमे ने न्याय के लिए अनिश्चितकालीन धरना कर रहे परिजनों को आश्वासन दिया था कि आरोपी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे होंगे। कल 25 अगस्त की शाम को विधायक नवीन दुम्का की मध्यस्थता में पुलिस-प्रशासन व प्रदर्शनकारियों के बीच वार्ता भी आयोजित की गई थी, मगर तब परिजन किसी भी तरह से धरना खत्म करने को तैयार नहीं हुए थे।
आज 26 अगस्त के दिन में सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष कुमार सिंह और एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने धरनास्थल पर पहुंचकर मृतक सूरज के परिजनों से बातचीत की। उन्होंने ही यह जानकारी दी कि ITBP के 3 हत्यारोपी जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि सूरज हत्याकांड मामले में अभी हमारी जांच जारी है। हत्याकांड के बारे में विस्तार से हम लोग हत्यारोपी जवानों से पूछताछ के बाद ही बता पायेंगे। हमने भर्ती में सूरज के साथ आये अन्य युवाओं के बयानों, शिनाख्त और अन्य साक्ष्यों के आधार पर इन तीनों जवानों को गिरफ्तार किया है।
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वहीं धरनास्थल पर पहुंचे नानकमत्ता के विधायक प्रेम सिंह राणा ने मृतक सूरज के परिवार को त्रिवेंद्र रावत सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया। साथ ही आश्वासन दिया की मुख्यमंत्री से मिलकर वे पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी दिये जाने के लिए प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि नानकमत्ता निवासी सूरज सक्सेना 16 अगस्त को ITBP द्वारा आयोजित दौड़ में शामिल होने हल्दूचौड़ (लालकुंआ) आया था, जहां ITBP के जवानों के साथ कहासुनी के बाद उसकी हत्या कर दी गई।
परिजनों ने ITBP के जवानों पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी, मगर उचित समयावधि में गिरफ्तारी न होने पर मृतक सूरज का परिवार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया। इस अनिश्चितकालीन धरने में सूरज के परिजनों, मित्रों, नानकमत्ता और बिन्दुखत्ता के लोगों ने न्याय के लिए भारी मात्रा में शिरकत की थी।
इस भारी जनदबाव के चलते आज 10 दिन बाद हत्यारोपी ITBP के 3 जवानों की गिरफ्तारी संभव हो पाई है। जानकारी के मुताबिक ये हत्यारोपी ITBP जवान 34वीं वाहिनी के थे, इन पर धारा 343/302/201 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि 24 वर्षीय सूरज सक्सेना नानकमत्ता के वार्ड नंबर-7 का रहने वाला एक होनहार एथलीट था, जिसके पिता ओमप्रकाश सक्सेना सड़क किनारे रेहड़ी लगाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। तीन भाई-बहनों में सूरज सबसे छोटा था। 15 अगस्त को सूरज अपनी बहन सपना से राखी बंधाकर ITBP द्वारा 16 अगस्त को आयोजित दौड़ में हिस्सा लेने निकल गया, जिनके बाद वो फिर कभी घर नहीं लौटा। ITBP वालों ने उसके कपड़े-बैग किसी और के हाथ घर भिजवा दिये, यह कहते हुए कि वह जंगल की तरफ भाग गया है। बाद में बुरी तरह सड़ी हालत में सूरज की लाश जंगल में बरामद दिखायी गयी थी।