एक तरफ योगी ने मथुरा, काशी, अयोध्या और चित्रकूट के दौरे से हिंदुत्व के एजेंडे को धार दी, वहीं उन्होंने प्रयागराज के अर्धकुंभ को कुंभ और कुंभ को महाकुंभ का नाम देकर यह साफ कर दिया है कि हिंदू आस्था से जुड़े तीर्थ स्थलों और कार्यक्रमों को सरकार बढ़ावा देगी...
आगरा, जनज्वार। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या, बुंदेलखण्ड होते हुए तमाम बयानबाजी के बाद आज 26 अक्तूबर को आगरा ताजमहल के दीदार को पहुंच गये। सीएम योगी यहां काफी देर रूके और संगमरमर की इस खूबसूरत इमारत को देखा। उनके साथ उपमुख्यमंत्री डाॅ दिनेश शर्मा, पर्यटन मंत्री डाॅ रीता बहुगुणा जोशी व आला अधिकारी भी थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले ताज परिसर में झाड़ू लगाकर स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। ताज नगरी आगरा पहुंचने के बाद बाद सीएम योगी ने 281 करोड़ की योजना से बनने वाले रबर चैक डेम का शिलान्यास किया। इस दौरान ताजमहल परिसर में जय श्रीराम के नारे भी गूंजे। मुख्यमंत्री ने अपने टिवटर एकाउंट में आगरा यात्रा के फोटो शेयर की हैं।
चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले मुख्यमंत्री की यह यात्रा कई मायने में महत्वपूर्ण है। वह ऐसे समय आगरा दौरे पर हैं जब उनकी ही पार्टी के सांसद और विधायक ने ताज को लेकर आक्रामक बयान देकर माहौल गरमा दिया। योगी इसके ठीक विपरीत विकास के एजेंडे को लेकर प्रतिबद्ध दिख रहे हैं। जाहिर है, उनकी यह यात्रा नई सियासी जमीन बनाएगी।
हाल ही में आगरा के ताजमहल को भाजपा विधायक संगीत सोम ने मुगल शासक द्वारा बनाये जाने और सांसद विनय कटियार ने इसे शिव मंदिर तेजोमहल बताकर दावा किया कि इसे शाहजहां ने तोड़कर अपनी बेगम का मकबरा बना दिया। इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया हुई।
समाजवादी पार्टी के महासचिव आजम खान ने इस पर सरकार को सवालों से घेर दिया, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोम के बयान से पल्ला झाड़ते हुए संतुलित बयान दिया। कहा, इसके निर्माण में भारतीय शिल्पकारों का खून-पसीना लगा है।
उन्होंने ताजमहल को पर्यटन की दृष्टि से महत्व देकर आगरा के विकास को प्राथमिकता दी। सरकार ने 2018 के कैलेंडर में भी ताजमहल का चित्र लगाया है। एक तरफ योगी ने मथुरा, काशी, अयोध्या और चित्रकूट के दौरे से हिंदुत्व के एजेंडे को धार दी, वहीं उन्होंने प्रयागराज के अर्धकुंभ को कुंभ और कुंभ को महाकुंभ का नाम देकर यह साफ कर दिया है कि हिंदू आस्था से जुड़े तीर्थ स्थलों और कार्यक्रमों को सरकार बढ़ावा देगी।
योगी बनारस में देव दीपावली भी मनाएंगे। वहीं आगरा की यात्रा से योगी यह भी संदेश देंगे कि वह सबका साथ-सबका विकास के हिमायती हैं।
गौरतलब है कि ताजमहल को लेकर योगी पिछले दिनों सबसे पहले तब विवादों में आये थे जब उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने पर्यटन बुकलेट से ताजमहल को हटा दिया था। तब से लेकर उनके कई नेता ताज को लेकर अनर्गल बयानबाजी करते रहे हैं।