उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में प्राइवेट परीक्षाएं पूरी तरह बंद

Update: 2017-12-05 19:18 GMT

जो विद्यार्थी किसी कारणवश कॉलेज नहीं जा पाते और पढ़ाई के इच्छुक थे तो प्राइवेट परीक्षाएं देते थे, वे अब ओडीएल के जरिये पढ़ाई और परीक्षा दे सकेंगे...

संजय रावत

उत्तराखंड के किसी भी विश्वविद्यालय में अब प्राइवेट परीक्षाएं नहीं होंगी। यह बात 'उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय' के कुलसचिव प्रोफेसर आरसी मिश्र के हवाले से तब कही गई, जब उनसे पूछा गया कि आप कब से प्राइवेट परीक्षाएं शुरू करा रहे हैं।

प्रोफेसर मिश्र ने बताया कि अब प्राइवेट परीक्षा की अवधारणा को ही समाप्त कर दिया गया है। अब दो ही तरह की परीक्षाएं होंगी। एक संस्थागत, यानी जो विद्यार्थी डिग्री कॉलेज में दाखिला लेते हैं वो वहां परीक्षा देंगे, दूसरा ओडीएल (ओपन एण्ड डिस्टेंस लर्निंग) के जरिये। जैसा उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की अवधारणा है।

यानी जो विद्यार्थी किसी कारणवश कॉलेज नहीं जा पाते और पढ़ाई के इच्छुक थे तो प्राइवेट परीक्षाएं देते थे, वे अब ओडीएल के जरिये पढ़ाई और परीक्षा दे सकेंगे।

प्राइवेट परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए ये एक बेहतर माध्यम है, चूंकि कोई भी डिग्री कॉलेज प्राइवेट परीक्षार्थियों को किताबें, स्टडी सेंटर, कॉन्फ्रेंस या अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराता था।

जानकारी के मुताबिक राज्य में ओडीएल होने के बावजूद 'कुमाऊं विश्वविद्यालय' और श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में प्राइवेट परीक्षाएं संचालित की जा रही थी। जिससे एक ओर उस विद्यालय की नियमित उपाधियों की महत्ता कम हो रही थी, वहीं दूसरी ओर इसके अंतर्गत विभिन्न पाठ्यक्रमों हेतु उचित मार्गदर्शन तथा अध्ययन सामग्री की कोई व्यवस्था नहीं थी।

इसी क्रम में इस सत्र से प्राइवेट परीक्षा व्यवस्था को समाप्त करते हुए दूरस्थ शिक्षा की व्यवस्था लागू की गई है।

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