योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर बोले केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार में सांसदों और विधायकों की बिल्कुल भी नहीं सुनी जा रही....
जनज्वार। जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में कथित गौहत्या के नाम पर गौगुंडों द्वारा कत्ल कर दिए गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक अन्य की हत्या को मॉब लिंचिंग नहीं सामान्य घटना करार दे रहे हैं, वहीं उन्हीं की कैबिनेट के मंत्री महोदय ने कहा है कि यह साजिश भाजपा ने रची है, ताकि 2019 में हिंदुओं के वोट अपने पक्ष में किए जा सकें।
गौरतलब है कि बुलंदशहर हिंसा मसले पर लंबी चुप्पी के बाद योगी ने इसे मॉब लिंचिंग नहीं सामान्य दुर्घटना करार दिया था। एनडीटीवी में प्रकाशित खबर के मुताबिक योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज 8 दिसंबर को कहा कि बहराइच से भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना बहुत सही निर्णय है। बुलंदशहर हिंसा बीजेपी की साजिश है। पार्टी द्वारा 2019 में जीत हासिल करने के लिए वोट बैंक के चक्कर में इस तरह की हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है।
बकौल ओमप्रकाश केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार में सांसदों और विधायकों की बिल्कुल भी नहीं सुनी जा रही। गौरतलब है कि पिछले दिनों दलित नेता सावित्रीबाई फुले ने भाजपा से यह कहते हुए इस्तीफा दिया था कि पार्टी समाज को बांटने की कोशिश कर रही है, इसलिए वह ऐसी पार्टी में नहीं रह सकतीं।
ओम प्रकाश राजभर पहले भी अपनी पार्टी और योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं। राजभर ने कहा, जब सांसद की बात अधिकारी नहीं सुनेगा तो कुछ भी कैसे होगा। सांसद जनता के प्रति जवाबदेह होता है इसीलिए दलित नेता सावित्रीबाई फुले का जनता के प्रति ईमानदारी बरतते हुए निर्णय लेना कहीं न कहीं बिलकुल उचित है।'
वहीं राजभर ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि "मैं स्वतंत्र हूं और भाजपा के साथ हूं। बीजेपी रखेगी तो रहूंगा, नहीं रखेगी तो नहीं रहूंगा। मैं किसी के खिलाफ नहीं बोलता, बस सच बोलता हूं। प्रदेश में अगर सपा, बसपा का गठबंधन हुआ तो भाजपा के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा होंगी।