मिर्जापुर में युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और शरीर पर चोट के निशान, पत्नी ने लगाया हत्या का आरोप

Update: 2020-01-06 14:57 GMT

मामला इसलिए भी संदिग्ध और हत्या का लगता है कि राम चंद्रिका यादव के चेहरे और शरीर पर जगह—जगह चोट के निशान देखे जा सकते हैं साफ-साफ....

पवन जायसवाल

राजगढ़, मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश स्थित मिर्जापुर जनपद के मड़िहान थाना क्षेत्र के धनावल ग्राम सभा के गरेरी पुरवा के भगवान दास के 35 साल के पुत्र राम चन्द्रिका यादव की संदिग्ध परिस्थितियों की कल 5 जनवरी को मौत हो गयी। चंद्रिका यादव की पत्नी ने इस मामले में अपने पति की हत्या किए जाने की नामजद तहरीर पुलिस के पास दर्ज की है। मृतक की पत्नी ने मांग की है कि उसके पति के हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।

ह मामला इसलिए भी संदिग्ध और हत्या का लगता है कि चंद्रिका यादव के चेहरे और शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान साफ देखे जा सकते हैं।

मृतक की पत्नी उर्मिला देवी ने मड़िहान पुलिस के पास दर्ज करवाई गयी तहरीर में कहा है कि गरेरी पुरवा गांव के ही सुशील सिंह कल 5 जनवरी रविवार की शाम सात बजे मेरे पति राम चन्द्रिका यादव को अपने साथ बुलाकर ले गए। आज सोमवार 6 जनवरी की सुबह तड़के चार बजे आए और मेरे पति राम चन्द्रिका के बड़े भाई राजाराम को यह कहते हुए अपने साथ ले गये कि आपका भाई बीमार है और उसका इलाज करवाना पड़ेगा।

ब मेरे पति के बड़े भाई वहां पहुंचे तो देखा कि राम चन्द्रिका मृत अवस्था में पड़े थे। मेरे पति की लाश को वे लोग अपनी गाड़ी में लादकर मेरे जेठ के साथ लाकर हमारे घर छोड़ गए। इससे साफ हो जाता है कि षड्यंत्र कर मेरे पति की हत्या की गई। दोषियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।

मृतक की पत्नी की तहरीर पर मड़िहान पुलिस ने लाश का पंचनामा कर कार्रवाई करनी चाही, तो रिश्तेदारों ने जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने एवं मृतक के परिजनों को मुवावजा दिलाने की मांग करते हुए शव को वहां से उठाने नहीं दिया। मौके पर पहुँचे सीओ ऑपरेशन भानु प्रकाश एवं कोतवाली निरीक्षक राजीव सिंह के समझाने पर भी परिजन एवं रिश्तेदार अपनी मांग पर अड़े रहे।

रिजनों और रिश्तेदारों के के आक्रोश को देखते हुए सीओ ऑपरेशन के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस चौकी पटेहरा, राजगढ़ एवं धौरहा की पुलिस फोर्स सहित मड़िहान थाने से एक प्लाटून पीएसी को मौके पर बुलाई। पुलिस बल के पहुंचते ही पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। बावजूद इसके परिजनों ने जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने को लेकर अड़े रहे।

राम चंद्रिका यादव के चेहरे और शरीर पर चोट के निशान देखे जा सकते हैं साफ-साफ जो करते हैं हत्या की तरफ इशारा

दिन में लगभग एक बजे एसडीएम मड़िहान विमल कुमार दुबे मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की और परिजनों को समझाया कि हत्या के मामले में मुआवजा मुख्यमंत्री स्तर पर मिलता है। मैं इस मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से मामला सीएम तक पहुचा दूंगा।

सडीएम के समझाने पर मृतक राम चंद्रिका यादव के परिजनों ने पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराने की मांग की, जिस पर उन्होंने कोतवाली निरीक्षक को इसे पूर्ण कराने का निर्देश दिया। उसके बाद परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया।

स मामले में पुलिस का कहना है कि राम चंद्रिका की मौत स्वा​भाविक हुई है या उनकी हत्या की गयी है, यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर स्पष्ट होगा, मगर मृतक की पत्नी की शिकायत पर तहरीर दर्ज कर ली गयी है। अगर राम चंद्रिका यादव की हत्या की गयी होगी तो इस मामले में पुलिस सख्त कदम उठा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

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