दिल्ली में चल रहे आंदोलन के समर्थन में किसान-मजदूर संगठनों ने शुरू की ट्रेक्टर यात्रा

राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन से जुड़ी बडकोचरा से आई राधा देवी ने कहा कि हम मजदूर पूरी तरह किसानों के साथ हैं, ठेका खेती और मंडी का कानून जो बनाया गया है वह बड़ी कंपनियों के हित में है और मजदूरों और किसानों के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है....

Update: 2021-01-09 16:30 GMT

जनज्वार। मजदूर किसान शक्ति संगठन और राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन ने दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर चल रहे आंदोलनों समर्थन में राजसमंद जिले की भीम की सब्जी मंडी से किसान ट्रेक्टर यात्रा की शुरुआत की। भीम मंडी में बड़ी संख्या में किसानों ने दिल्ली में चल रहे आंदोलन का समर्थन जाहिर किया। मंडी में किसानों के साथ बातचीत करते हुए मजदूर किसान शक्ति संगठन के शंकर सिंह ने कहा कि आज हमें केंद्र सरकार द्वारा लाए गए दो खेती से संबंधित कानूनों एवं आवश्यक वस्तु संशोधन अधिनियम 2020 के बारे में समझना बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनी वाले जितना चाहो उतनी जमाखोरी कर सकते हैं। अब किसान का माल सस्ते भाव बिकेगा और वापस बड़े व्यापारियों से बहुत महंगे भाव में खरीदना पड़ेगा। यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि आज भी किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है और बड़ी कंपनियां बहुत अधिक मुनाफा कमा रही हैं।

जवाजा में मजदूर किसान संवाद एवं बाजारों में निकली रैली

यात्रा भीम के बाज़ार में से निकलती हुई जवाजा पहुंची और वहां बांध की पाल पर मजदूरों और किसानों का संवाद हुआ। जवाजा में बड़ी संख्या में मजदूर और किसान साथी आंदोलन के समर्थन में शुरू हुई यात्रा के समर्थन और स्वागत में जुटे। इस संवाद में राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के सचिव बालू लाल ने कहा कि यह लड़ाई केवल किसानों की नहीं है यह लड़ाई मजदूरों की भी उतनी है जितनी किसानों की है। केंद्र में बैठी सरकार मजदूरों और किसानों के लिए नहीं सोच रही है वह तो अडानी और अंबानी के फायदे के लिए सोच रही है और ये तीनों कानून कंपनियों के फायदे के लिए ही बनाए गए हैं।


राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन से जुड़ी बडकोचरा से आई राधा देवी ने कहा कि हम मजदूर पूरी तरह किसानों के साथ हैं। ठेका खेती और मंडी का कानून जो बनाया गया है वह बड़ी कंपनियों के हित में है और मजदूरों और किसानों के लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है।

जवाजा कस्बे में निकाली रैली

मजदूर किसान संवाद के बाद जवाजा पाल से पूरे कस्बे में रैली निकली जो लगभग एक किलोमीटर लंबी थी। रैली में कौन बनाता हिन्दुस्तान देश का मजदूर किसान जैसे नारे पूरे कस्बे में गूंजे और 12 क्वार्टर पर जाकर रैली का समापन हुआ।

ब्यावर के बाजारों में भी निकाली रैली

जवाजा के बाद किसानों की मांगों के बारे में छोटे व्यापारियों और मजदूर किसानों को बताने के उद्देश्य से ब्यावर में जय मंदिर सिनेमा से शुरू होकर चांग गेट से होकर पाली बाज़ार, पांच बत्ती, अजमेरी गेट होते हुए भगत चौराहे पर समाप्त हुई। ब्यावर शहर में मजदूर, किसान और व्यापारियों किसान आंदोलन और इस यात्रा का समर्थन किया। ब्यावर शहर में यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिला। जवाजा और ब्यावर में वॉलंटियर्स के द्वारा पर्चे बांटे गए जिसमें सरल भाषा में तीनों कानून के बारे में समझाया गया है।

पीपलाज एवं खरवा के लिए निकली यात्रा

अब यात्रा पीपलाज़ और खरवा के लिए निकली है जो वहां मजदूरों और किसानों के साथ संवाद करेगी और खरवा में यात्रा का रात्रि विश्राम होगा। कल अजमेर के विभिन्न गांवों और शहर में संवाद करेगी यात्रा कल 10 जनवरी 2021 को किसान समर्थन यात्रा अजमेर जिले के कई गांवों और अजमेर शहर में संवाद करेगी। मजदूर किसान शक्ति संगठन एवं राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन द्वारा किसानों के समर्थन में यह किसान समर्थन ट्रेक्टर यात्रा शुरू की है जो जगह जगह संवाद और मीटिंग करते हुए शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचेगी।

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