31 साल पहले रामभक्तों पर गोली और आजादी के बाद मरने वालों के नाम पर वोट मांग रहे योगी अपने साढ़े 4 साल क्यों नहीं गिनाते!
Uttar Pradesh : उज्जवला योजना के सिलेंडर कबाड़ी की दुकानों में शोभा बढ़ा रहे हैं। पीएम और सीएम के पास यूपी में ऐसा कुछ नहीं जिसे बताकर वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकें...
Uttar Pradesh (जनज्वार) : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक दिवसीय दौरे पर सिद्धार्थनगर पहुँचे पीएम मोदी ने यूपी के लिए तमाम सौगातें दीं। उन्होने सिद्धार्थनगर, एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर और जौनपुर में एक-एक चिकित्सा महाविद्यालय का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्या किसी को याद है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो। आज राजनीतिक इच्छाशक्ति और वर्तमान सकरार की प्राथमिकताओं की वजह से आज ऐसा संभव हो पाया है। कुछ वर्ष पूर्व योगी जी ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी। तब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री न होकर सांसद थे।
प्रधानमंत्री के बाद बारी आई यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की। योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि, 'आजादी के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में जिन लोगों ने दम तोड़ था, सही मायने में आज उनके प्रति श्रद्धांजलि होगी।' लेकिन इस दौरान योगी ने कोरोना से मरे लोगों और गंगा में बहती लाशों का जिक्र नहीं किया कि वह किसके कार्यकाल में हुआ था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ ने 31 साल पहले मुलायम सिंह यादव की सरकार में कारसेवकों पर चली गोली की बाबत लोगों से पूछा था की, 'जिन लोगों ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं थीं क्या जनता उन्हें माफ करेगी।' इस सवाल पर योगी के बेहद आड़े-तिरछे जवाब मिले थे। इन सभी जवाबों को उपर के ट्वीट लिंक को खोलकर पढ़ा जा सकता है।
बताते चलें कि योगी आदित्यनाथ ने अपना विकास दिखाने के लिए कोलकाता का फ्लाइओवर और अमेरिका की सड़क छपवाकर प्रचार किया था। उज्जवला योजना के सिलेंडर कबाड़ी की दुकानों में शोभा बढ़ा रहे हैं। पीएम और सीएम के पास यूपी में ऐसा कुछ नहीं जिसे बताकर वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकें।