ABP न्यूज़ चैनल की नौकरी पर लात मारकर सीनियर रिपोर्टर रक्षित ने एक्सपोज किया गोदी मीडिया का घिनौना चेहरा

किसान महापंचायत के मंच से रक्षित ने किया ABP चैनल की नौकरी छोड़ने का ऐलान, गोदी मीडिया की उस लि​जलिजी सच्चाई से किया एक्सपोज, जिसके लिये उन पर दर्ज हो सकते हैं तमाम मुकदमे...

Update: 2021-02-27 16:54 GMT

जनज्वार। मीडिया खासकर टीवी चैनलों और उनमें काम करने वाले लोगों की दबी छुपी घुटन अब खुलकर सामने आने लगी है। इस कड़ी में आज शनिवार 27 फरवरी को एबीपी न्यूज के सीनियर रिपोर्टर रक्षित सिंह ने किसान महापंचायत के मंच पर चढ़कर नौकरी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

रक्षित मेरठ की किसान महापंचायत कवर करने पहुंचे थे। नौकरी छोडने से पहले रक्षित ने ट्वीट किया था, जिसमे उनने कहा कि 'आप सबका सहयोग चाहिए'

उन्होंने मेरठ के किसान आंदोलन मंच से कहा कि मैं पिछले 15 सालों से पत्रकारिता कर रहा हूं। तमाम डिग्रियां हासिल कर इस फील्ड में आया। मैंने यह पत्रकारिता इसलिए चुनी क्योंकि मुझे सच दिखाना था, लेकिन मुझे सच नहीं दिखाने दिया जा रहा। लात मारता हूं मैं ऐसी नौकरी को।

मंच पर इन बातों के साथ ही रक्षित ने कहा, ये करने के बाद मुझ पर मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। अगर सच दिखाना बंद कर देते हैं, तो ये भी झूठ है। और इस झूठ के मैं खिलाफ हूं। उन्होंने कहा कि जब मेरा बच्चा मुझसे पुछेगा कि बापु जब देश में अघोषित इमरजेंसी लगी थी, तब आप कहां थे तो मैं कहूंगा सीना ठोक के मैं किसानों के साथ खड़ा था।

Full View

डायरेक्टर और वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी रक्षित द्वारा खुले मंच से नौकरी को लात मार देने के बाद ट्विटर पर लिखते हैं, '#ABP news के रिपोर्टर #RakshitSingh के पिता का देहान्त 10 साल पहले हो गया। 12 लाख के सालाना पैकेज वाला रक्षित घर का अकेला कमाऊ सदस्य है। लेकिन रक्षित ने कवरेज से नाराज़ हो कर किसान महापंचायत में अपना इस्तीफ़ा दे दिया। रक्षित जैसी रीढ़ काश संपादकों/एंकर की भी होती।'

कापड़ी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए रोहिणी सिंह लिखती हैं 'आई प्राउड ऑफ यू रक्षित।'

Tags:    

Similar News