पुष्पराज जैन के घर छापे के बाद अखिलेश यादव ने खेला 'कन्नौज की अस्मिता' का कार्ड, भाजपा के पास क्या है इसका जवाब?

अखिलेश यादव ने कन्नौज में आयोजित प्रेस कॉन्फेंस में कन्नौज को बदनाम करने का आरोप भाजपा पर लगाया। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी हार की डर से बौखलाई है। इसलिए भाजपा जांच एजेंसियों का सहारा ले रही है।

Update: 2021-12-31 11:27 GMT

सपा प्रमुख अखिलेश यादव का भाजपा पर फिर हमला

कन्नौज। यूपी विधानसभा चुनाव ( UP Election 2022 ) को लेकर जारी जोड़तोड़ के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने आज भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने डीजीजीआई ( DGGI ) और आयकर विभाग ( Income Tax Department ) द्वारा समाजवादी इत्र के मालिक पुष्पराज जैन और मलिक मियां के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कन्नौज की अस्मिता ( Kannauj Ki Asmita) का सवाल उठा दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी लोगों पर छापे पड़ने तय थे। दिल्ली के नेता जब भी यूपी में आते हैं तो ऐसा लगता है कि एजेंसी को साथ में लेकर आते हैं। यात्रा के दौरान ही जांच एजेंसियों को छापेमारी के निर्देश दिए जाते हैं।

भाजपा ने परफ्यूम पार्क का काम क्यों रोका?

उन्होंने कहा कि कन्नौज की पहचान इत्र से है। देश में सुगंध का राजधानी कन्नौज है। इत्र के कारोबार से किसान भी जुड़े हैं। यहां परफ्यूम पार्क बनाया जाना था। इससे किसानों को फायदा होता लेकिन बीजेपी की सरकार आते ही काम रुक गया। भारतीय जनता पार्टी ने कन्नौज के कई काम रोक दिए। अगर ये काम होते तो दुनिया में कन्नौज का डंका बजता।

कन्नौज से इतनी नफरत क्यों

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने कहा कि पहले दिन से यहां के लोगों ने देखा है कि कन्नौज ( Kannauj ) के साथ किस तरह से व्यवहार हुआ है? बीजेपी के लोग नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले सौहार्द की सौगंध को कैसे पसंद कर सकते हैं? इसलिए जानबूझकर सपा को बदनाम कर रहे हैं। दुख इस बात का है कि लखनऊ से लेकर दिल्ली वाले तक कन्नौज को बदनाम करने में लगे हैं। पहले इन्होंने जहां छापा मारा, समाजवादी पार्टी का उससे कोई संबंध नहीं है। पीयूष जैन का संबंध बीजेपी से है। बीजेपी बताए इतने बड़े पैमाने पर कैश कैसे निकला? बीजेपी ने ही बताया था कि नोटबंदी के बाद कालाधन कोई जमा नहीं कर पाएगा। फिर कालाधन जमा कैसे हुआ।

बता दें कि आज डीजीजीआई विजिलेंस और आयकर विभाग ने देशभर में 50 अधिक स्थानों पर छापे मारे हैं। समाजवादी पार्टी के एमएलसी और इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन पम्पी के ठिकानों पर भी आयकर विभाग ने रेड की। उनके साथ मलिक मियां के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है। छापेमारी, कन्नोज, नोएडा, कानपुर, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और सूरत समेत कई जगहों पर अब भी जारी है। माना जा रहा है कि सपा छापेमारी की घटना से काफी नाराज है। आज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन पम्पी के साथ कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही आयकर विभाग ने रेड कर दी। हालांकि अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक अखिलेश यादव आज कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भाजपा पर कन्नौज को बदनाम करने का आरोप लगाया। 

इससे पहले इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया था। पीयूष जैन अभी न्यायिक हिरासत में हैं। इस बीच जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय ( डीजीजीआई ) ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बड़ा झटका दिया है। डीजीजीआई ने पीयूष जैन की संपत्ति को टर्नओवर मानने से इनकार कर दिया है। डीजीआई के इस रुख से साफ है कि पीयूष जैन 52 करोड़ रुपए जीएसटी टैक्स चुका खुद को आरोपमुक्त नहीं कर सकते। ऐसा इसलिए कि उनकी ओर से बकाया कर चुकाए जाने का प्रस्ताव को जीएसटी महानिदेशालय खारिज कर दिया है।

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