Agnipath scheme Ki Agnipariksha : युवाओं के साथ हो रहा छलावा, अग्निपथ योजना पर मायावती ने सरकार को घेरा

Agnipath scheme Ki Agnipariksha : सेना में केवल चार वर्ष की अल्पावधि वाली भर्ती 'अग्निपथ स्कीम' को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है...

Update: 2022-06-16 07:10 GMT

Agnipath Scheme Protest : अग्निपथ योजना पर BJP नेता कर रहे हैं अनाप-शनाप और अनर्गल बयानबाजी, मायावती का केंद्र सरकार पर हमला 

Agnipath scheme Ki Agnipariksha : केंद्र सरकार के लंबी अवधि के बाद सेना में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) द्वारा भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने का विरोध होने लगा है। सेना में केवल चार वर्ष की अल्पावधि वाली भर्ती 'अग्निपथ स्कीम' को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बता दें कि मायावती ने तीन ट्वीट में सरकार के इस निर्णय को युवाओं के साथ छलावा बताया है।

अग्निपथ योजना से आक्रोशित है युवा

बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को गलत बताते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लंबित रखने के बाद अब केंद्र ने सेना में 4 वर्ष अल्पावधि वाली 'अग्निवीर' नई भर्ती योजना घोषित की है, उसको लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। वे सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।

युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है सरकार

बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि 'इनका मानना है कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार साल के लिए सीमित कर रही है, जो घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।'

तुरंत फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह

मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में आगे लिखा कि 'देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। सरकार तुरंत अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग।'


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