ओवैसी ने पूछा- उन्नाव में पुलिस के हाथों क़त्ल फैसल का नहीं 'विवेक तिवारी' का हुआ होता तो यूपी के सीएम अबतक क्या करते?'

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'फैसल की क़त्ल उत्तर प्रदेश सरकार के मुसलमानों से नफ़रत की एक और जीती जागती मिसाल है...

Update: 2021-05-23 12:11 GMT

(असदुद्दीन ओवैसी ने की फैसल हुसैन के लिए न्याय और परिजनों के लिए मुआवजे की मांग)

जनज्वार डेस्क। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में सब्जी विक्रेता फैसल हुसैन की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मसले को लेकर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर हमला बोला है।

ओवैसी ने कहा, 'फैसल की क़त्ल उत्तर प्रदेश सरकार के मुसलमानों से नफ़रत की एक और जीती जागती मिसाल है। अगर उन्नाव में पुलिस के हाथों क़त्ल, फैसल का नहीं बल्कि "विवेक तिवारी" का हुआ होता तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अब तक क्या करते?'

उन्होंने आगे कहा, 'फैसल के परिवार को ₹25 लाख का ex-gratia मिलना चाहिए। फैसल के क़त्ल से ये बात साफ है कि लॉकडाउन में मुसलमान और दलित या तो ग़रीबी से मरेंगे या कोरोना से या फिर पुलिस की मार से। फैसल को इंसाफ दो।'

एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिस पठान ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट में लिखा- 'उत्तर प्रदेश में लाशें लावारिस हालत में गंगा में बह रही हैं, मॉबलंचिंग की दर्जनों घटनाएँ घट चुकी है अब लोग पुलिस उत्पीड़न से मर रहे हैं उत्तर प्रदेश में जंगल राज नहीं तो और क्या है।फैसल को इंसाफ दो।'

वारिस पठान ने दूसरे ट्वीट में लिखा- '17 साल का बच्चा जो सब्ज़ी बेचकर अपना परिवार चला रहा था। उसपर झूठा इल्ज़ाम लगाकर खाकी पहने गुंडों ने इतनी बुरी तरह पीटा की उसकी मौत हो गई। अब इस हत्या पर हमेशा की तरह पुलिस लीपापोती कर रही है। पुलिस कस्टडी में सैकड़ों ऐसी हत्याएं हुई लेकिन इंसाफ कभी नही मिला।'

एक अन्य ट्वीट में पठान ने लिखा- एक 18 वर्षीय सब्जी विक्रेता फैसल इस्लाम यूपी पुलिस द्वारा क्रूरता से मारा गया। उसका गुनाह यह था कि वह लॉक डाउन में सब्जी बेच रहा था। उनकी हत्या में जो भी शामिल हैं उन्हें आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तार करो और यूपी सरकार को फैसल के परिवार को मुआवजा देना चाहिए।


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