AIMIM सांसद ओवैसी का ट्वीट, इंशा अल्लाह 1 दिन 1 हिजाबी देश का पीएम बनेगी

Hijab controversy Karnataka : ओवैसी ने हिजाब विवाद पर ताजा ट्विट में एक वीडियो के जरिए कहा है कि 'इंशा' अल्लाह एक दिन एक हिजाबी प्रधानमंत्री बनेगी।

Update: 2022-02-13 05:10 GMT

(संसद में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी)

Hijab controversy Karnataka : कर्नाटक हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM Chief Asaduddin Owaisi ) इस मुद्दे पर नया ट्विट कर धर्म और राजनीति का कॉकटेल बनाने की कोशिश की है। उन्होंने हिजाब विवाद ( Hijab Controversy ) पर ताजा ट्विट में एक वीडियो के जरिए कहा है कि 'इंशा' अल्लाह एक दिन एक हिजाबी प्रधानमंत्री बनेगी।

सुनिए, वीडियो में क्या कह रहे हैं ओवैसी?

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ताजा वीडियो में उन्होंने कहा है कि 'हम अपनी बेटियों को 'इंशा' अल्लाह, अगर वो फैसला करती है कि अब्बा-अम्मी मैं हिजाब पहनूंगी तो अम्मा-अब्बा कहेंगे- बेटा पहन, तुझे कौन रोकता है हम देखेंगे। हिजाब, नकाब पहनेंगे कॉलेज भी जाएंगे, कलेक्टर भी बनेंगे, बिजनेस मैन, एसडीएम भी बनेंगे। एक दिन इस देश एक बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री बनेगी।

बिना डर के पहने हिजाब

एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने इससे पहले हिजाब विवाद में पुट्टास्वामी फैसले का हवाला देते हुए कहा था कि भारत का संविधान अधिकार देता है कि आप चादर ओढ़े, नकाब ओढ़े या हिजाब ओढ़े... पुट्टास्वामी का जजमेंट आपको इस बात की इजाजत देता है। यह हमारी पहचान है। मैं सलाम करता हूं उस लड़की को जिसने उन लड़कों को जवाव दिया, डरने और घबराने को जरूरत नहीं है। उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा था कि कोई भी मुस्लिम महिला बिना किसी डर के हिजाब पहन सकती है।

बता दें कि देश में हिजाब को लेकर विवाद कर्नाटक के उडुपी की पीयू सरकार कॉलेज से शुरू हुआ था। कॉलेज में 6 छात्राएं हिजाब पहनकर क्‍लास में आई थीं। इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी सामने आए। कर्नाटक में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब में कॉलेजों या कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हिजाब विवाद ने उस समय सियासी रंग ले लिया जब कॉलेज में भगवा गमछा, स्कॉर्फ और साफा पहनकर छात्राओं ने आना शुरू कर दिया। छात्रोंने जय श्री राम के नारे लगाए। इसके बाद देशभर में प्रदर्शन हुए। नौबत यहां तक पहुंच गई कि कर्नाटक सरकार को स्कूल और कॉलेजों को 16 फरवरी तक के लिए बंद करने के आदेश जारी करना पड़ गया।

Tags:    

Similar News