Akhilesh Yadav attack on BJP : किसानों पर जीप चढ़ाने वालों की जनता कराएगी जमानत जब्त

UP Election 2022: यूपी के भाजपा नेताओं को अहम हो गया है। इस बार प्रदेश की जनता उन्हें सबक सिखाने का काम करेगी।

Update: 2022-02-16 12:23 GMT

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UP Election 2022 : सियासी नजरिए से देश का सबसे ताकतवर राज्य उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में तीसरे दौर का मतदान होने से पहले वार-पलटवार पहले से ज्यादा तेज हो गया है। भाजपा ( BJP ) और सपा ( SP ) में तो आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तू-तू-मैं-मैं तक पहुंच गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने यूपी के औरैया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा पर हमला बोल दिया है।

अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ( Ashish Mishra ) को जमानत मिलने को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष किया। उन्होंने लोगों से कहा कि किसानों पर जीप चढ़ाने वालों की जमानत कराने वालों की जनता जमानत जब्त कराएगी। भाजपा ( BJP ) नेताओं को अहम हो गया है। इस बार जनता उन्हें सबक सिखाने का काम करेगी।

BJP का धुआं निकलना शेष है

इसके साथ ही अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने कहा कि जिन्हें कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना हो वो हमारे साथ न आएं। हम कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। पहले और दूसरे चरण के मतदान में सपा गठबंधन काफी आगे निकल चुका है। अगामी पांच चरणों में भी सपा के पक्ष में ही वोट पड़ेंगे। पहले दो चरण ने जनता ने भाजपा की गर्मी निकाली है, अगामी चरणों में धुआं भी निकल जाएगा।

योगी ने किसी को नौकरी दी हो तो बता दो

अखिलेश यादव ने कहा कि यदि प्लास्टिक कारखाने के लिए हमें कोई विशेष सब्सिडी और सहयोग देना पड़ेगा तो वो भी हम बजट से देंगे। ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाएंगे, जिससे पूरे उत्तर प्रदेश और देश में यहीं से प्लास्टिक का सामान जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव इस बार बदहाली को खुशहाली में बदलने वाला साबित होगा। समय-समय पर युवाओं और किसानों को अपमानित होना पड़ा। इस सरकार में किसी को न्याय नहीं मिला। भाजपा सरकार के कार्यकाल में किसी को नौकरी मिली हो तो बता दो।

भाजपा के सामने इतिहास दोहराने की चुनौती

बता दें कि यूपी में 20 फरवरी को 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। 59 सीटों में से 30 सीटें ऐसी हैं जो यादव बहुल आबादी वाली हैं। भाजपा का फोकस यादव बहुल आबादी वाली सीटों को अपने पाले में करने की है। पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ में बीजेपी ने कमल खिलाने में कामयाब रही थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 59 में से 49 सीटों पर कब्जा कर लिया था। समाजवादी के खाते में केवल 8 सीटें आई थीं। कांग्रेस और बीएसपी को केवल एक-एक सीट ही मिली थी। इस बार भी भाजपा पिछले चुनाव के इतिहास को दोहराना चाहती है।

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