अमित मालवीय ने ट्विट कर हनुमान चालीसा विवाद को और दिया तूल, बोले - 'किसी ने नहीं कहा नमाज घर के अंदर पढ़ें'

Hanuman Chalisa controversy : घर के अंदर नमाज पढ़ने को तो किसी ने नहीं कहा। सवाल यह है कि ये दोहरा आचरण क्यों?

Update: 2022-04-26 05:09 GMT

अमित मालवीय ने ट्विट कर हनुमान चालीसा विवाद को और दिया तूल, बोले - 'किसी ने नहीं कहा नमाज घर के अंदर पढ़ें'

Hanuman Chalisa controversy : भारतीय जनता पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ( Amit malviya ) एक ट्विट कर हनुमान चालीसा विवाद ( Hanuman Chalisa Controversy )  को और तूल देने की कोशिश की है। उन्होंने अपने ताजा ट्विट में कहा है कि अभी तक किसी ने कभी नहीं कहा कि नमाज ( Namaz)  घर के अंदर पढ़ें लेकिन चालीसा के नाम पर माहौल खराब किया जा रहा है। ऐसा नहीं करना चाहिए।

अमित मालवीय ( Amit Malviya ) ने कहा कि हनुमान चालीसा सड़क पर क्यों नहीं पढ़ी जा सकती है। सड़क पर नजाम पांच और अजान होती है। अल्पसंख्कयों को हमेशा रियायत दी जाती रही है। नमाज तो सड़क पर पढ़ी जा रही है। घर के अंदर नमाज पढ़ने को तो किसी ने नहीं कहा। सवाल यह है कि ये दोहरा आचरण क्यों?

फडणवीस लोगों को गुमराह कर रहे हैं - संजय राउत

वहीं शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हनुमान चालीसा का जाप करने पर किसी को सजा नहीं होती है। अगर कोई इसका जाप करना चाहता है तो वह अपने घरों या मंदिरों में कर सकता है। किसी और के घर में घुसने और हनुमान चालीसा का जाप करने के लिए शांति भंग करने की कोशिश करना गलत है।

हम जानते हैं दादागिरी से कैसे निपटना है

इससे पहले 25 अप्रैल को महाराष्ट्र (Maharashtra) में लाउडस्पीकर के बाद उठे हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) विवाद को लेकर पहली बार मुख्यमंत्री सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने कहा था कि हम नहीं चाहते कि दूसरे हमें सिखाएं कि हिंदुत्व क्या है। हमारा हिंदुत्व उतना ही मजबूत है जितना कि हनुमान जी की गदा। हम जानते हैं कि दादागिरी से कैसे निपटना है। यदि आप हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ना चाहते हैं, तो घर आएं और पढ़ें। आपको कोई मना नहीं करेगा। लेकिन दादागिरी करके मत आना, क्योंकि बालासाहेब ने दादागिरी तोड़ना सिखाया है। हम गदाधारी हिंदुत्व का पालन करते हैं, घंटाधारी हिंदुत्व का नहीं।  


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