Aroosa Alam: कौन है अरूसा आलम? कैप्टन अमरिंदर ने संबंधों को लेकर सुखजिंदर रंधावा पर किया पलटवार
Aroosa Alam : कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- आप (सुखजिंदर सिंह रंधावा) मेरे मंत्रिमंडल में रहे। आपके मुंह से तब कभी इसके बारे में नहीं सुना।
Aroosa Alam। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। दरअसल पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुरखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) पर उनकी पाकिस्तानी पत्रकार मित्र अरूसा आलम को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अरूसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के संबंधों की जांच होनी चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते अरूसा आलम उनके साथ रही थीं। क्या इससे पंजाब के लिए आईएसआई से खतरा नहीं था।
उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि चन्नी सरकार को जनता से किए वादे पूरे करने पर ध्यान देना चाहिए। अरूसा केंद्र सरकार से मंजूरी लेकर आती हैं और यूपीए सरकार ने भी उन्हें इजाजत दी।
कैप्टन के सलाहकार रवीन ठुकराल ने पूर्व सीएम का बयान जारी कर कहा- आप (सुखजिंदर सिंह रंधावा) मेरे मंत्रिमंडल में रहे। आपके मुंह से तब कभी इसके बारे में नहीं सुना। आरूसा आलम पिछले सोलह वर्षों से भारत सरकार की मंजूरी के बाद यहां आ रही हैं तो क्या आप यह आरोप लगा रहे हैं कि वर्तमान एनडीए सरकार व पूर्व यूपीए सरकार आईएसआई से मिली हुई है।
कैप्टन अमरिंदर की ओर से कहा गया कि अब आप (सुखजिंदर सिंह) निजी हमले कर रहे हो। सत्ता में आने के एक महीने बाद आपको जनता को दिखाने के लिए बस यही है। बेरोजगारी और ड्रग्स केसों पर आपके बड़े वादों का क्या हुआ? पंजाब आपके वादों पर अमल करने का इंतजार कर रहा है।
उन्होंने चन्नी सरकार को सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की सालह देते हुए कहा कि मैं जिस बात को लेकर चिंतित हूं वह यह है कि जब त्योहार नजदीक हैं और आतंकी हमलों का खतरा अधिक है, आप कानून व्यवस्ता को संभालने की बजाय आपने डीजीपी पंजाब को राज्य की सुरक्षा की कीमत निराधार जांच करने को कहा है।
कौन हैं अरूसा आलम
अरूसा आलम पाकिस्तान (Pakistan) की एक रक्षा मामलों की पत्रकार हैं, जिन्हें पंजाब में अमरिंदर सिंह की सबसे करीबी माना जाता है। अमरिंदर सिंह, जो पटियाला के पूर्व महाराजा के वारिस हैं, अरूसा से नियमित रूप से मिलते हैं। अरूसा उनके घर जाती हैं लेकिन पटियाला नहीं जाती क्योंकि अमरिंदर सिंह का परिवार इसे सही नहीं मानता है।
अरूसा कैप्टन अमरिंदर सिंह को महाराज साहिब बुलाती हैं और उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में वीवीआईपी सीट भी मिली थी। अरूसा ने 2004 में कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की थी जब वह पाकिस्तान गए थे। अरूसा 1970 के दशक में पाकिस्तानी राजनीति पर हावी रहे अकीम अख्तर की बेटी हैं। अरूसा की मां को 'क्वीन जनरल' भी कहा जाता था।
अरूसा को मां की पहचान विरासत में मिली और सेना में उनकी पकड़ होने के कारण अरूसा ने रक्षा पत्रकार बनकर पाकिस्तान की सेना के बारे में लिखना शुरू किया। अरूसा को उनकी अगस्ता -90बी पनडुब्बी सौदे की रिपोर्ट के लिए भी जाना जाता है जिसके कारण 1997 में पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख मंसूरुल हक की गिरफ्तारी हुई थी।
अरूसा शादीशुदा थी और शादी से उसके दो बच्चे हैं। उनकी हमेशा से भारत में दिलचस्पी रही है और उन्होंने हमेशा भारत आने का निमंत्रण स्वीकार किया है। अमरिंदर सिंह के नाम के साथ 2007 में पहली बार अरूसा आलम का नाम सामने आया था। दोनों को कई बार साथ देखा गया। उस वक्त अरूसा ने कहा था कि दोनों सिर्फ अच्छे दोस्त हैं। लेकिन अमरिंदर सिंह की जीवनी 'द पीपल्स महाराजा' का एक अध्याय अमरिंदर सिंह और अरोसा के बीच संबंधों के बारे में बात करता है। किताब में लिखा है कि अमरिंदर सिंह और अरोसा का रिश्ता बेहद खूबसूरत है और उन्हें उस रिश्ते पर गर्व है।