Assam News : ममता की बढ़ती लोकप्रियता से प्रभावित त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास, थाम सकतें हैं तृणमूल का दामन
Assam News : तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की लोकप्रियता में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। दास के भाजपा छोड़ तृणमूल में जाने की अटकलें भी हुई तेज..
जनज्वार। पश्चिम बंगाल की भवानीपुर (Bhawanipur Seat) सीट से शानदार जीत दर्ज करने के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी की लोकप्रियता (Mamta Banerjee Popularity) में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इसी कड़ी में त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास ने भी ममता की खुब तारीफ़ की है। दास के भाजपा (BJP) छोड़ तृणमूल में जाने की अटकलें भी तेज़ हो गई हैं। बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से ही बंगाल भाजपा (BJP) के कई बड़े नेता तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम चुकें हैं, जिससे तृणमूल कांग्रेस बंगाल में और भी मजबूत हुई है।
अब पार्टी की निगाहें त्रिपुरा पर हैं। तृणमूल कांग्रेस लगातार पूर्वोतर भारत में पार्टी विस्तार के लिए काम कर रही है। हाल के दिनों में पार्टी के कई बड़े नेता त्रिपुरा राज्य का दौरा कर चुके हैं। इन्हीं कारणों से भाजपा विधायक आशीष दास (Ashish Das) के तृणमूल में जाने की सम्भावना बताई जा रही है।
बता दें कि त्रिपुरा के भाजपा विधायक आशीष दास पश्चिम बंगाल पहुँचे हुए है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया। तृणमूल में शामिल होने को लेकर सवाल पूछे जाने पर ना उन्होंने इसमें हामीं भरी न ही इससे इंकार किया। दास ने कोलकाता में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल की 'मां, माटी, मानुष की असली नेता' बताया और कहा कि अगर भविष्य में वह प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनती हैं तो यह प्रत्येक बंगाली के लिए गर्व की बात होगी। एक तरफ जहां उनहोंने ममता की जमकर तारिफ़ की तो वहीं मोदी की आलोचना करते हुए भी सुने गए।
दास ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने समावेशी विकास के मॉडल से 2014 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2014) के दौरान भारतीयों के दिल जीते थे, लेकिन वह अपने वादों से लड़खड़ा गए। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सरकार की हिस्सेदारी बेचने और ईंधन के बढ़ते दामों के लिए मोदी की निंदा भी की।
दास ने कहा कि उन्हें मंगलवार को कालीघाट में कुछ निजी काम था। कालीघाट इलाके में ही ममता का आवास है। दास ने कहा कि भवानीपुर उपचुनाव में उनकी भारी जीत बंगाल के लोगों के बीच उनकी अपार लोकप्रियता का एक और प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भवानीपुर के मतदाताओं ने दिखाया कि वे चाहते हैं कि ममता बनर्जी एक दिन देश की कमान संभालें। उन्होंने कहा कि इस जीत ने उनके आने वाले दिनों में विपक्षी दलों का चेहरा बनने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
दास ने कहा कि हालांकि बंगाल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में शानदार भूमिका निभाई, लेकिन उसे इतने वर्षों में राजनीतिक क्षेत्र में उतनी पहचान नहीं मिली जिसका वह हकदार था। अगर ममता दीदी प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनती है तो यह बंगालियों के साथ न्याय होगा और दशकों की गलती को ठीक कर देगा। यह सभी बंगालियों के लिए गर्व की बात होगी। साथ ही इंदिरा गांधी के बाद देश की सत्ता एक महिला संभालेगी।
यह स्पष्ट है कि हाल ही में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव (Bengal Assembly Election) में मिली जीत से तृणमूल कांग्रेस का मनोबल बढ़ा है। इसी के साथ आने वाले सभी चुनावों पर तृणमूल कांग्रेस की नज़र है। उसने 2023 के विधानसभा चुनावों में त्रिपुरा से भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य में लोगों तक पहुंचने के लिए एक अभियान चलाया है। साथ ही देश में भाजपा को हराने के लिए मोर्चेबंदी भी तेज कर दी है।