भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के अगले मुख्यमंत्री, भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला, पटेल समुदाय को रिझाने की कोशिश?
भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भूपेंद्र पटेल के नाम प्रस्ताव रखा जिसपर मुहर लगी। विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और पार्टी महासचिव तरूष चुघ को बतौतर पर्यवेक्षक भेजा गया था.....
जनज्वार। भाजपा विधायक दल की बैठक में फैसला हुआ है कि भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) गुजरात (Gujarat) के अगले मुख्यमंत्री होंगें। भूपेंद्र पटेल गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) के बेहत करीबी माने जाते हैं। आनंदीबेन पटेल ने जब इस्तीफा दिया था तब उनकी ही सीट पर भूपेंद्र पटेल चुनाव लड़े थे। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में इससे पहले उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel), केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandavia), पुरुषोत्तम रुपाला (Purshottam Rupala) और आर सी फालदू का नाम चर्चा में थे।
खबरों के मुताबिक भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भूपेंद्र पटेल के नाम प्रस्ताव रखा जिसपर मुहर लगी। विधायक दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और पार्टी महासचिव तरूष चुघ को बतौतर पर्यवेक्षक भेजा गया था। गुजरात में आगामी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
बताया जा रहा है कि केंद्र के दिशा-निर्देश पर विजय रूपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया। भाजपा गुजरात में आगामी वर्ष होने वाले चुनाव से पहले पटेल समुदाय को खुश करने के लिए यह दांव-पेंच लगा रही है।
विजय रूपाणी ने शनिवार को गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया दिया था। इस दौरान दो वरिष्ठ मंत्री, राज्य प्रभारी और पार्टी महासचिव पहले से मौजूद थे। मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रूपाला वहां मौजूद थे। इसके साथ ही बीएल संतोष और भूपेंद्र यादव ने भी बैठक की।
वहीं गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने रूपाणी के इस्तीफे को लेकर आरएसएस भाजपा पर निशाना साधा। हार्दिक पटेल ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के आंतरिक सर्वे में हार मिलती देख रूपाणी की कुर्सी गई है।
हार्दिक पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा- मुख्यमंत्री रूपाणी को बदलने का प्रमुख कारण अगस्त में आरएसएस और भाजपा का गुप्त सर्वे चौंकाने वाला था। कांग्रेस के 43 प्रतिशत वोट और 96-100 सीट, भाजपा को 38 प्रतिशत वोट और 80-84 सीट, आप को 3 प्रतिशत वोट और 0 सीट, मीम को 1 प्रतिशत वोट और 0 सीट और सभी निर्दलीय को 15 प्रतिशत वोट और 4 सीट मिल रही थी।
इस बीच निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी विजय रूपाणी पर निशाना साधा है। उन्होंने कोविड कुप्रबंधन के लिए रूपाणी को दोषी ठहराया है। मेवाणी ने ट्विटर पर लिखा, 'गुजरात के लोगों ने सराहना की होगी कि रूपाणी ने कोविड संकट के अपने स्मारकीय कुप्रबंधन के लिए इस्तीफा दे दिया।'