Big Breaking : जाने माने वकील शांति भूषण का दिल्ली में निधन, आपातकाल में निभायी थी बड़ी भूमिका

Shanti Bhushan no more : देश के जाने माने वकील शांति​ भूषण आज 31 जनवरी की शाम को अभी थोड़ी देर पहले दिल्ली में निधन हो गया। वे देश के क़ानून मंत्री रहे और उन्होंने इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त करने वाला ऐतिहासिक मुकदमा इलाहाबाद हाईकोर्ट में लड़ा था...

Update: 2023-01-31 15:14 GMT

Big Breaking : देश के जाने माने वकील शांति​ भूषण आज 31 जनवरी की शाम को अभी थोड़ी देर पहले दिल्ली में निधन हो गया। वे देश के क़ानून मंत्री रहे और उन्होंने इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त करने वाला ऐतिहासिक मुकदमा इलाहाबाद हाईकोर्ट में लड़ा था। वह चर्चित वकील प्रशांत भूषण के पिता हैं।  

97 वर्षीय शांति भूषण पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शांति भूषण ने आपातकाल के दौर में इलाहाबाद हाईकोर्ट का चर्चित केस में राजनारायण का प्रतिनिधित्व किया था, जिस कारण इंदिरा गांधी की सरकार खतरे में पड़ गयी थी। शांति भूषण ने मोरारजी देसाई के मंत्रालय में 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री के रूप में कार्य किया था। वो जुलाई 1977 से अप्रैल 1980 में राज्य सभा सदस्य भी रहे थे।

मोरारजी देसाई की सरकार में 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री रहे शांति​ भूषण ने 2018 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर 'मास्टर ऑफ रोस्टर' सिस्टम में बदलाव की मांग की थी।

शांति भूषण को श्रद्धांजलि देते हुए वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई कहते हैं, भारत की कानूनी प्रणाली के दिग्गजों में से एक, जनता पार्टी सरकार में कानून मंत्री, न्याय और नागरिक स्वतंत्रता के लिए एक योद्धा, शांति भूषण का निधन हो गया है। ओम शांति। 

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