परिवार और राजद में हाशिए पर चल रहे तेज प्रताप ने फूंका बिगुल, मां से मिले बगैर नंगे पांव पदयात्रा पर निकल पड़े
Bihar News : तेज प्रताप यादव ने गांधी मैदान स्थित जेपी मूर्ति गोलंबर से लोकनायक जय प्रकाश नारायण के कदम कुआं स्थित घर तक नंगे पांव ही पदयात्रा की।
जनज्वार। बिहार सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने अपनी नई राजनीति की राह तय कर ली है। परिवार और राजद (R) में हाशिए पर चल रहे तेज प्रताप ने आज अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद (Chatra Janshakti Parishad) की नई शुरुआत कर दी। खबरों के मुताबिक मां राबड़ी देवी से मिले बगैर ही वह लोकनायक जय प्रकाश नारायण (Jay Prakash Narayan) प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और माल्यार्पण किया। फिर इसके बाद नंगे पांव ही पदयात्रा पर निकल पड़े।
जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप यादव ने गांधी मैदान (Gandhi Maidan) स्थित जेपी मूर्ति गोलंबर से लोकनायक जय प्रकाश नारायण के कदम कुआं स्थित घर तक नंगे पांव ही पदयात्रा की। उधर राबड़ी देवी (Rabri Devi) भी दिल्ली से पटना लौटी हैं। इससे पहले रविवार 10 अक्टूबर को तेप्रताप से मिलने के लिए वह उनके आवास पर भी गई थीं लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी।
तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उनकी मां राबड़ी देवी पटना आईं हैं और वह उनसे आशीर्वाद लेने जरूर जाएंगे। लेकिन अगले ही दिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और पदयात्रा पर निकल पड़े। वो सीधे जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण करने पहुंचे और पदयात्रा के लिए निकल गए।
इससे पहले तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती को भी पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा है।
अपने फेसबुक पोस्ट में लिस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था- ऐ अंधेरे देख ले मुंह तेरा काला हो गया, मां ने आंखें खोल दीं घर में उजाला हो गया…मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी।
एक ट्वीट में तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव (Sanjay Yadav) को भी निशाने पर लिया। अपने फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा- संजय यादव कहते हैं कि मेरे लिए चुनाव में तेजप्रताप यादव जी प्रचार करेंगे। पार्टी कहती है कि जनता के लिए संजय यादव जी ने अपनी उम्मीदवारी वापस ली। ना मैंने कुछ कहा ना लिखा तो इसमें मेरा क्या रोल था या है? हरियाणवी स्क्रिप्ट राइटर तुम ये फालतू की सी ग्रेड कहानी कहीं और लिखना। बिहारी सब समझतें हैं।
दरअसल तारापुर विधानसभा सीट से संजय यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन कराया था। उन्होंने कहा था कि तेज प्रताय यादव प्रचार करेंगे। हालांकि बाद में संजय यादव ने अपना नाम वापस लेने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि वह अब आरजेडी को मजबूत करेंगे। इसी को लेकर तेज प्रताप यादव ने अपनी बात कही है कि उन्होंने कुछ कहा ही नहीं और ना ही लिखा तो फिर इसें उनका कहीं से कोई रोल ही नहीं है।