चन्नी के रिश्तेदार हनी की गिरफ्तारी के बाद बिक्रम मजीठिया बोले - अब गिरफ्तार होने की बारी CM की

Punjab Election 2022 : पंजाब के सीएम चन्नी ने केवल चन्नी, शहद और पैसे की परवाह की है। अब ईडी उनकी परवाह करने वाला है।

Update: 2022-02-04 06:44 GMT

बिक्रम सिंह मजीठिया का दावा - अब ईडी सीएम चन्नी को गिरफ्तार करेगी। 

Punjab Election 2022 : अवैध रेत खनन ( Illegal Sand Mining ) मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Department ) द्वारा पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ( Charanjeet Singh Channi ) के भांजे भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी के बाद से वहां का सियासी माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ( Congress ) ने इसे राजनीतिक गिरफ्तारी करार दिया है तो अमृतसर ईस्ट से शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी और ड्रग्स केस में आरोपी बिक्रम मजीठिया ( Bikram Majithia ) ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर की ईडी द्वारा गिरफ्तारी पर पर बड़ा बयान दिया है।

अकाल दल के नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा है कि चन्नी ने केवल चन्नी, शहद और पैसे की परवाह की है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) की टीम ने पहले पैसा जब्त किया था। अब भूपिंदर सिंह हनी ( Bhuoinder Singh Hani ) को गिरफ्तार किया गया है। आगे गिरफ्तार होने की बारी सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की है।

सिद्धू को सिर्फ कुर्सी से प्यार है 

एक दिन पहले बिक्रम मजीठिया ( Bikram Majithia ) ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu ) को निशाने पर लिया था। वह अमृतसर ईस्ट से सिद्धू की चुनौती को स्वीकार करते हुए उनके खिलाफ चुनाव भी लड़ रहे हैं। उन्होंने सिद्धू को लेकर कहा था कि उन्हें सिर्फ कुर्सी से प्यार है। अगर प्रधानमंत्री इमरान खान भी उन्हें कुर्सी का आफर दें तो वो पाकिस्तान भाग जाएंगे। साथ ही इस बात का भी आरोप लगाया था कि अमृतसर की जनता ने उन्हें तीन बार चुना लेकिन उन्होंने विकास के नाम पर कुछ नहीं किया।

हनी की गिरफ्तारी सियासी

Punjab Election 2022 : दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ( Mallikarjun Khadge ) ने कहा अवैध रेत खनन मामले में भूपिंदर सिंह हनी की के खिलाफ ईडी की कार्रवाई के एक राजनीतिक गिरफ्तारी (  Political Arresting ) बताया है। उन्होंने कहा है कि यह कांग्रेस पार्टी पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है। अगर किसी के खिलाफ कार्रवाई करनी होती तो यह एक दिन में नहीं बल्कि 4 से 5 महीने में की जानी चाहिए थी। यह जानबूझकर किया जा रहा है। चन्नी अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री हैं। केंद्र सरकार उन्हें चन्नी को परेशान करने के साथ उनका मनोबल गिराना चाहते हैं।

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